दिनांक 17 मई, 2021


अंक 785

तेन्दूपत्ता संग्राहक होंगे संबल योजना में शामिल - मुख्यमंत्री श्री चौहान

तेंदूपत्ता संग्राहकों को सिंगल क्लिक से अंतरित किए गए 191 करोड़ 45 लाख रूपए

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि सभी तेन्दूपत्ता संग्राहकों को संबल योजना में सम्मिलित किया जाएगा। इससे संबल योजना के सभी लाभ और कठिनाई के समय परिवारों को मिलने वाली सहायता तेन्दूपत्ता संग्राहकों को भी उपलब्ध हो सकेगी। कोरोना के कठिन काल में तेन्दूपत्ता संग्राहकों को जारी लाभांश का वितरण इन परिवारों के लिए राहत भरा होगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान तेन्दूपत्ता प्रोत्साहन पारिश्रमिक (बोनस) वितरण कार्यक्रम को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग द्वारा निवास से संबोधित कर रहे थे।

प्रदेश के 37 जिलों की 48 जिला यूनियनों को सिंगल क्लिक से 191 करोड़ 45 लाख रूपए की लाभांश राशि तेन्दूपत्ता संग्राहकों के खातों में सीधे जारी की गई। कार्यक्रम में वन मंत्री कुँवर विजय शाह और प्रमुख सचिव वन श्री अशोक वर्णवाल भी शामिल हुए। कार्यक्रम से 48 जिला यूनियन के सदस्य ऑनलाइन जुड़े।

ऑक्सीमीटर तथा थर्मामीटर की व्यवस्था के निर्देश

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना काल में तेंदूपत्ता के संग्रहण और तेंदूपत्ता जमा कराते समय कोरोना से बचाव की सावधानियाँ बरतना आवश्यक है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने संक्रमण के प्रति सजगता और बचाव के लिए ऑक्सीमीटर तथा थर्मामीटर की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जिन व्यक्तियों को सर्दी, खाँसी, जुकाम हैं, वे अपनी बीमारी नहीं छुपाएँ। किल कोरोना अभियान के अंतर्गत आने वाले कर्मचारियों को अपनी स्थिति की जानकारी दें। राज्य शासन ने ग्राम स्तर पर आयसोलेशन की व्यवस्था की है। जिन व्यक्तियों को इलाज की आवश्यकता होगी उनका नि:शुल्क इलाज कराया जाएगा।

समितियों को जारी हुई राशि

कार्यक्रम में वर्ष 2017, 2018 व 2019 के तेंदूपत्ता संग्रहण के बोनस के रूप में 191 करोड़ 45 लाख रूपए का वितरण किया गया। वर्ष 2017 की 40 करोड़ 56 लाख लाभांश की राशि 26 जिला यूनियनों की 81 समितियों को, वर्ष 2018 की 44 करोड़ 34 लाख लाभांश की राशि 34 जिला यूनियनों की 161 समितियों को और वर्ष 2019 की 106 करोड़ 55 लाख लाभांश की राशि 42 जिला यूनियनों की 593 समितियों को जारी की गई। उच्चतम लाभांश वाले प्रथम तीन जिले उमरिया, सिंगरौली और सतना है।

कोरोना काल में सहायक होगी राशि - वन मंत्री श्री शाह

वन मंत्री कुँवर विजय शाह ने कहा कि तेन्दूपत्ता संग्राहकों के खातों में 191 करोड़ 45 लाख रूपए बोनस के साथ अगले 15 दिनों में कुल 650 करोड़ रूपए जारी किए जाएंगे। यह कोरोना की कठिन परिस्थितियों में इन परिवारों के लिए बड़ी सहायता होगी। वन मंत्री श्री शाह ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा तेंदूपत्ता संग्राहकों और वनवासियों के कल्याण और सहायता के लिए चलाई जा रही योजनाएँ उनकी संवदेनशीलता का प्रतीक है।

मुख्यमंत्री ने तेंदूपत्ता संग्राहकों से किया संवाद

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बैतूल की सुश्री शांति यादव, छतरपुर के श्री रामकृपाल यादव, सिंगरौली के श्री लोकेश्वर बैगा, अनूपपुर के श्री वीर साय सहित विदिशा और सीहोर के तेंदूपत्ता संग्राहकों से संवाद भी किया।

प्रदेश में निरंतर घट रहा है कोरोना संक्रमण

ब्लैक फंगस 'म्यूकॉरमाइकोसिस' का प्रारंभिक स्तर पर ही जाँच कर उपचार करें
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेश में कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा की

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण निरंतर कम हो रहा है। प्रदेश में नए कोरोना प्रकरण 6 हजार से कम हो गए हैं, वहीं 20 जिलों में कोरोना की साप्ताहिक पॉजिटिविटी दर 10 प्रतिशत से कम हो गई है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि प्रदेश में 'म्यूकॉरमाइकोसिस' ब्लैक फंगस बीमारी का प्रारंभिक स्तर पर ही जाँच कर उपचार किया जाए। इसके‍लिए आवश्यक उपकरण 'नेजोएन्डोस्कोप' तथा इंजेक्शन एवं दवाएँ उपलब्ध कराई जाएँ। इसे जन-आंदोलन का रूप दिया जाए। शिविर लगाकर ब्लैक फंगस की जाँच की जाए तथा हर मरीज का इलाज किया जाए। इसमें निजी ई.एन.टी. चिकित्सकों की भी पूरी सेवाएँ ली जाएँ। प्रारंभिक स्तर पर ही जाँच करें तथा तुरंत इलाज प्रारम्भ हो।

मुख्यमंत्री श्री चौहान आज निवास से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोरोना‍नियंत्रण कोर ग्रुप के सदस्यों से चर्चा तथा प्रदेश के जिलों में कोरोना की‍स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में कोर ग्रुप के सदस्य, मंत्री, अधिकारी, जिलों के प्रभारी मंत्री, अधिकारी उपस्थित थे।

ब्लैक फंगस पर दिया गया विशेष प्रजेन्टेशन

बैठक में ब्लैक फंगस रोग के संबंध में ई.एन.टी. विशेषज्ञ डॉ. एस.पी. दुबे द्वारा विशेष प्रजेन्टेशन दिया गया। इसमें बताया गया कि यह बीमारी नाक से आँख में तथा आँख से मस्तिष्क तक पहुँचती है। यदि इसे नाक के स्तर पर ही रोक लिया जाए तो बीमारी आगे नहीं बढ़ती।

पोस्ट कोविड मरीजों की नेजोएण्डोस्कोपी करवाई जाए

डॉ. दुबे ने सलाह दी कि पोस्ट कोविड मरीज की 'नेजोएण्डोस्कॉपी' कार्रवाई जाए। ब्लैक फंगस पाए जाने पर उनका तुरंत ऑपरेशन हो तथा 'एम्फोटैरिसिन बी' इंजेक्शन दिया जाए, यह रोग बिल्कुल ठीक हो जाएगा। 'एम्फोटैरिसिन बी' इंजेक्शन की कीमत 5 से 7 हजार रूपए है।

पाँच मेडिकल कॉलेज में 162 मरीज

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने वी.सी. में भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर एवं रीवा के मेडिकल कॉलेज के विशेषज्ञों से भी इस बीमारी से संबंधित व्यवस्थाओं के विषय में बातचीत की। भोपाल मेडिकल कॉलेज में ब्लैक फंगस म्यूकॉरमाइकोसिस बीमारी के 50, इंदौर मेडिकल कॉलेज में 60, जबलपुर मेडिकल कॉलेज में 38, ग्वालियर मेडिकल कॉलेज में 5 तथा रीवा मेडिकल कॉलेज में 09 मरीज हैं।

कोरोना के 5921 नए प्रकरण

प्रदेश में आज कोरोना के 5921 नए मरीज आए हैं और 11 हजार 513 मरीज स्वस्थ हुए हैं। एक्टिव मरीजों की संख्या घटक 88 हजार 983 रह गई है। प्रदेश की ग्रोथ रेड 1.1% तथा साप्ताहिक पॉजिटिविटी दर 12% है। आज की पॉजिटिविटी दर 9.1% है।

24 हजार 102 मरीजों का नि:शुल्क इलाज

प्रदेश में कोविड के 24 हजार 102 मरीजों का नि:शुल्क इलाज किया जा रहा है। इनमें से 16 हजार 165 का शासकीय अस्पतालों में, 2515 का अनुबंधित अस्पतालों में तथा 5422 का मुख्यमंत्री कोविड उपचार योजना के अंतर्गत सम्बद्ध निजी अस्पतालों में इलाज चल रहा है। मुख्यमंत्री कोविड उपचार योजना में मरीजों के इलाज पर शासन द्वारा आज की‍स्थिति में 4 करोड़ 4 लाख 43 हजार व्यय हुआ।

5 जिलों में 200 से अधिक तथा 12 जिलों में 100 से अधिक नए प्रकरण

प्रदेश के 5 जिलों में ही अब 200 से अधिक तथा 12 जिलों में 100 से अधिक नए प्रकरण आए हैं। इंदौर में 1307, भोपाल में 657, जबलपुर में 421, उज्जैन में 232, ग्वालियर में 201, सागर में 195, रतलाम में 190, रीवा में 170, शिवपुरी में 114, नरसिंहपुर में 113, सीहोर में 106 तथा दमोह में 104 नए प्रकरण आए हैं।

20 जिलों में 10 प्रतिशत से कम पाजिटिविटी

प्रदेश के 20 जिलों होशंगाबाद, देवास, विदिशा, बालाघाट, टीकमगढ़, मुरैना, छिंदवाड़ा, छतरपुर, श्योपुर, मंडला, गुना, आगर मालवा, बड़वानी, अशोकनगर, झाबुआ, निवाड़ी, भिण्ड, खण्डवा, बुरहानपुर तथा अलीराजपुर की साप्ताहिक पॉजिटिविटी रेट 10 प्रतिशत से कम है।

अस्पतालों में जनरेटर व इन्वर्टर चालू रहें

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि देश में आने वाले तूफान 'ताऊ ते' के कारण बिजली आपूर्ति प्रभावित हो सकती है, अत: यह सुनिश्चित किया जाए कि हर अस्पताल में इंनवर्टर अथवा जनरेटर चालू रहें। गेहूँ उपार्जन केन्द्रों पर उपार्जित गेहूँ खुले में न रहे।

किल कोरोना अभियान का प्रभावी क्रियान्वयन हो

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि कोरोना को मात देने के‍लिए हर मरीज की पहचान कर उसका उपचार सुनिश्चित करने के लिए 'किल कोरोना' अभियान का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाए। साथ ही 'योग से निरोग' अभियान तथा 'मैं कोरोना वॉलेंटियर' अभियान भी प्रभावी हो।

ऑक्सीजन संयंत्र स्थापना की माइक्रो मॉनीटरिंग करें

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि प्रदेश में लगाए जा रहे सभी ऑक्सीजन संयंत्रों की स्थापना की माइक्रो मॉनीटरिंग की जाए तथा जल्दी से जल्दी कार्य पूरा किया जाए। बड़े ऑक्सीजन संयंत्रों की स्थापना के भी प्रयास किए जाएँ। वर्तमान में प्रदेश में 95 ऑक्सीजन संयंत्र लगाए जा रहे हैं।

सभी जिले कोविड से बेसहारा हुए बच्चों की सूची भेजें

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि कोविड के कारण जिन बच्चों के माँ-बाप नहीं रहे हैं, ऐसे बच्चों की सूची सभी जिले भिजवाएँ, जिससे उन्हें तुरंत योजना का लाभ देते हुए 5000 रूपए प्रतिमाह पेंशन व अन्य सुविधाएँ प्रदान की जा सकें। प्रभारी अधिकारी ने बताया कि धार जिले में 125 तथा अलीराजपुर में 90 ऐसे बच्चे हैं।

इंदिरा सागर के डूब प्रभावित परिवारों को छनेरा में भू-स्वामी हक़ प्रदाय

मुख्यमंत्री श्री चौहान से मुलाकात कर मंत्री डॉ. विजय शाह ने दिया धन्यवाद

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा इंदिरा सागर परियोजना के डूब प्रभावित परिवारों को नगर परिषद छनेरा (नया हरसूद) में भूमि स्वामी हक प्रदान किए जाने पर वन मंत्री डॉ. कुंवर विजय शाह ने आज मुख्यमंत्री निवास पर मुख्यमंत्री श्री चौहान से मुलाकात की। डॉ. शाह ने विस्थापित परिवारों की ओर से मुख्यमंत्री श्री चौहान का आभार व्यक्त करते हुए हार्दिक धन्यवाद दिया। डॉ. विजय शाह ने कहा कि यह प्रशंसनीय एवं अनूठा कार्य है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जगतगुरु आदि शंकराचार्य के चित्र पर माल्यार्पण किया

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने जगतगुरु आदि शंकराचार्य की जयंती के अवसर पर आज निवास पर उनके चित्र पर माल्यार्पण किया। आदि शंकराचार्य भारत के महान दार्शनिक और धर्म प्रवर्तक थे। उन्होंने अद्वैत वेदांत को ठोस आधार प्रदान किया। भगवत गीता, उपनिषदों और वेदान्त सूत्रों पर लिखी उनकी टीकाऐं बहुत प्रसिद्ध हैं। आदि शंकराचार्य ने भारत के चार कोनों में चार मठों क्रमश: बद्रिकाश्रम, श्रृंगेरी पीठ, द्वारिका पीठ और पुरी की स्थापना की। उनके विचारोपदेश आत्मा और परमात्मा की एक रूपता पर आधारित हैं।

कोविड-19 में दिवंगत कर्मचारियों के परिवारों की देखभाल हमारी जिम्मेदारी - मुख्यमंत्री श्री चौहान

प्रभावित परिवारों को दी जाएगी अनुकम्पा नियुक्ति और आर्थिक सहायता

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोविड के संकट काल में हमारे कर्मचारियों ने पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ अपने कर्त्तव्यों का निर्वहन किया है। संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए जब हम लोगों से घरों में बने रहने की अपील कर रहे हैं, तब ये कर्मचारी भाई-बहन दिन-रात मैदान में अपनी जान हथेली पर रखकर अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन कर रहे हैं। इन्हीं के प्रयासों से व्यवस्थाएँ सुचारू रूप से चल रही हैं।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि ऐसे में कई दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटनाएँ भी हुई हैं। काम करते हुए हमारे कई कर्मचारी भाई-बहन कोविड-19 के दौरान हमसे बिछड़ गए, उनकी जीवन लीला समाप्त हो गई। उनके परिवारों की देखभाल और उनकी चिंता करना हमारी जवाबदारी है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि राज्य सरकार ने निर्णय लिया है कि कर्मचारियों के कल्याण के लिए दो योजनाएँ बनाई जाएंगी। यह हैं मुख्यमंत्री कोविड-19 अनुकम्पा नियुक्ति योजना तथा मुख्यमंत्री कोविड-19 विशेष अनुग्रह योजना।

मुख्यमंत्री कोविड-19 अनुकम्पा नियुक्ति योजना

मुख्यमंत्री कोविड-19 अनुकम्पा नियुक्ति योजना में समस्त नियमित स्थाईकर्मी, कार्यभारित एवं आकस्मिकता निधि से वेतन पाने वाले, दैनिक वेतन भोगी, तदर्थ, संविदा, कलेक्टर दर, आउटसोर्स के रूप में कार्यरत शासकीय सेवकों के लिए लागू की गई है। योजना के अंतर्गत इन सेवायुक्तों की कोविड संक्रमण से मृत्यु होने पर उनके परिवार के पात्र एक सदस्य को उसी प्रकार के नियोजन में अनुकम्पा नियुक्ति दी जाएगी।

मुख्यमंत्री कोविड-19 विशेष अनुग्रह योजना

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि राज्य शासन ने निर्णय लिया है कि राज्य में कार्यरत समस्त, नियमित, स्थाईकर्मी, दैनिक वेतन भोगी, तदर्थ, संविदा, आउटसोर्स, अन्य शासकीय सेवक/सेवायुक्तों की कोविड-19 के कारण आकस्मिक मृत्यु होने पर उनके परिवार को तात्कालिक आर्थिक सहायता के रूप में 5 लाख रूपए की अनुग्रह राशि प्रदान की जायेगी।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि संकट की स्थिति में यह अनुग्रह राशि उनके परिवारों का संबल बनेगी। इस योजना में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, आशा कार्यकर्ता, ग्राम कोटवार इत्यादि कर्मी भी सम्मिलित होंगे। अनुकम्पा नियुक्ति की योजना में आशा कार्यकर्ताओं के लिए भी अलग से योजना बनाई जा रही है ताकि इन परिवारों के जो आश्रित भाई-बहन हैं, उन्हें राहत मिल सके और उनकी आजीविका चलती रहे।

योजनाओं की अवधि

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा आज की गईं नवीन योजनाओं की घोषणा में मुख्यमंत्री कोविड-19 अनुकम्पा नियुक्ति योजना एक मार्च 2021 से 30 जून 2021 तक लागू रहेगी। इसी प्रकार मुख्यमंत्री कोविड-19 विशेष अनुग्रह योजना 30 मार्च 2021 से 31 जुलाई 2021 तक लागू रहेगी।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी से मुख्यमंत्री श्री चौहान ने की फोन पर चर्चा

प्रदेश में कोरोना की वर्तमान स्थिति से कराया अवगत
ऑक्सीजन और रेमडेसिविर इंजेक्शन की आपूर्ति के लिए माना आभार

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी से फोन पर चर्चा कर प्रदेश में कोरोना की वर्तमान स्थिति से उन्हें अवगत कराया। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को बताया कि प्रदेश में स्थिति अब नियंत्रण में है। आज 5 हजार 921 पॉजिटिव केस आए हैं और 11 हजार 513 मरीज डिस्चार्ज हुए, प्रदेश का रिकवरी रेट 87 प्रतिशत है और मध्यप्रदेश में पॉजिटिविटी रेट 9 प्रतिशत है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेश में ऑक्सीजन और रेमडेसिविर इंजेक्शन की पर्याप्त आपूर्ति के लिए केंद्र सरकार के सहयोग के लिए प्रधानमंत्री श्री मोदी का आभार माना और उन्हें धन्यवाद दिया है।

प्रदेश में खोले जा रहे पोस्ट कोविड केयर सेंटर्स की दी जानकारी

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेश में चल रहे किल कोरोना अभियान और वैक्सीनेशन की जानकारी दी। गाँव-गाँव में पंचायत स्तर तक क्राइसिस मैनेजमेंट टीम के गठन, प्रदेश में कोरोना कर्फ्यू के सफल क्रियान्वयन की जानकारी से प्रधानमंत्री को अवगत कराया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रधानमंत्री को मध्यप्रदेश में खोले जा रहे पोस्ट कोविड केयर सेंटर की जानकारी भी दी। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आश्वस्त किया कि कोरोना बीमारी में केंद्र, मध्यप्रदेश की हर संभव सहायता करेगा।

ब्लैक फंगस के उपचार में हर संभव सहायता देगा केन्द्र

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ब्लैक फंगस बीमारी पर भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से चर्चा की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रधानमंत्री जी को बताया कि ब्लैक फंगस उपचार के लिए मध्यप्रदेश के पाँच मेडिकल कॉलेज में विशेष वार्ड बनाए गए हैं और प्रदेश में ब्लैक फंगस के नि:शुल्क उपचार की व्यवस्था की गई है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने मध्यप्रदेश को ब्लैक फंगस बीमारी के उपचार में हर संभव मदद का आश्वासन दिया।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने लिये कर्मचारी हितैषी निर्णय - कमर्चारी संगठनों ने माना आभार

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा सभी नियमित, स्थायी कर्मी, कार्यभारित एवं आकस्मिकता निधि से वेतन पाने वाले, दैनिक वेतनभोगी, तदर्थ, संविदा, कलेक्टर दर और आउट सोर्स के रूप में कार्यरत शासकीय कर्मचारियों की कोविड संक्रमण से मृत्यु होने पर आश्रित परिवार को अनुकम्पा नियुक्ति और अनुग्रह राशि देने लागू की गई मुख्यमंत्री कोविड-19 अनुकम्पा नियुक्ति योजना और मुख्यमंत्री कोविड-19 विशेष अनुग्रह योजना के लिये प्रदेश के कर्मचारी संगठनों ने मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद दिया है।

कर्मचारी संगठनों के प्रतिनिधियों ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान संवेदनशील मुख्यमंत्री हैं। उनका यह सराहनीय और कर्मचारी हितैषी निर्णय है। मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य है, जहाँ कर्मचारियों के हित में यह योजनाएँ लागू की गई हैं। कोरोना महामारी के भीषण दौर में भी कर्मचारी परिवारों की फिक्र करके मुख्यमंत्री श्री चौहान की कर्मचारी हितैषी छवि पुन: प्रकट हुई है। यह योजनाएँ कर्मचारियों के आश्रित परिवारों के लिये वरदान साबित होंगी और उन्हें सुदृढ़ आर्थिक संबल प्रदान करेंगी।

कर्मचारी संगठनों ने कहा कि इन योजनाओं में खास बात यह है कि योजना में नियमित, दैनिक वेतनभोगियों, स्थाई कर्मियों, संविदा कर्मी और कलेक्टर दर इत्यादि सभी प्रकार के कर्मचारियों के आश्रित परिवारों को अनुकम्पा नियुक्ति और अनुग्रह राशि मिलेगी।

मुख्यमंत्री श्री चौहान के सलाहकार श्री शिव चौबे, राज्य कर्मचारी समिति के पूर्व अध्यक्ष श्री रमेशचन्द्र शर्मा, मंत्रालयीन कर्मचारी संघ के अध्यक्ष और अध्यक्षीय मण्डल के संयोजक श्री सुधीर नायक, राजपत्रित अधिकारी संघ के प्रांताध्यक्ष श्री डी.के. यादव, निगम मण्डल कर्मचारी महासंघ के प्रांताध्यक्ष श्री अजय श्रीवास्तव नीलू, लिपिक वर्गीय शासकीय कर्मचारी संघ के प्रांताध्यक्ष श्री मनोज वाजपेयी, आईटीआई कर्मचारी संघ के प्रातांध्यक्ष श्री अनिल शर्मा, आजाद अध्यापक संघ के प्रांताध्यक्ष श्री भरत पटेल, पंचायत सचिव संघ के प्रांताध्यक्ष श्री बालमुकुंद पाटीदार, राज्य अध्यापक संघ के अध्यक्ष श्री मनोहर लाल दुबे, राजस्व कर्मचारी संघ के अध्यक्ष श्री जी.डी. सोनी, बहुउद्देश्यीय स्वास्थ्य कार्यकर्ता संघ के प्रांताध्यक्ष श्री रामकिशोर सिंह भदौरिया और संयोजक श्री ओ.पी.एस. राजपूत इत्यादि कर्मचारी नेताओं ने मुख्यमंत्री श्री चौहान के इस सामयिक कर्मचारी हितैषी निर्णय का स्वागत किया है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने नीम का पौधा लगाया

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज मुख्यमंत्री निवास परिसर में नीम का पौधा लगाया। मुख्यमंत्री श्री चौहान प्रतिदिन अपने संकल्प के तहत एक पौधा लगाते हैं।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने महाकवि सूरदास जी के चित्र पर किया माल्यार्पण

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने महान कवि सूरदास जी की जयंती पर उनका स्मरण किया। आज निवास पर मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा उनके चित्र पर माल्यार्पण किया गया। सूरदास जी भक्तिकाल के महान कवि थे। भगवान श्रीकृष्ण के अनन्य उपासक और बृजभाषा के श्रेष्ठ कवि महात्मा सूरदास हिन्दी साहित्य के सूर्य माने जाते हैं। वे श्री वल्लभाचार्य के शिष्य थे। सूरसागर, सूरसारावली और साहित्य लहरी उनकी प्रमुख रचनाऐं हैं।

उचित मूल्य दुकान से हितग्राहियों को ईमानदारी से मिले राशन - मंत्री श्री सिंह

प्रभारी मंत्री श्री सिंह ने कलेक्टर्स को लिखा पत्र

खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्री बिसाहूलाल सिंह ने सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत उचित मूल्य की दुकान से निःशुल्क वितरित किए जाने वाले राशन की वितरण व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए कलेक्टर्स को पत्र लिखा हैं। मंत्री श्री सिंह ने कोविड संक्रमण रोकने के लिए उन्हें आवंटित जिले सीधी, अनूपपुर और शहडोल के कलेक्टर्स को निर्देशित किया कि उचित मूल्य दुकानदारों द्वारा किए जाने वाले अनाज के फर्जी वितरण पर पूरी तरह से रोक लगायें।

चोर बाजारी अधिनियम के तहत हो कार्रवाई

मंत्री श्री सिंह ने लिखा कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की मंशा, गरीब की थाली, रहे न खाली के अनुरूप हितग्राहियों को निःशुल्क राशन व्यवस्था सुनिश्चित की जाये। वर्तमान स्थिति को देखते हुए हितग्राहियों को बायोमेट्रिक सत्यापन के बिना पीओएस मशीन से सामग्री प्रदाय की जा रही है। इस पर भी ध्यान देना है कि दुकानदार फर्जी वितरण दर्शाकर अनुचित लाभ कमाने का प्रयास न करे।

मंत्री श्री सिंह ने कहा कि कतिपय दुकानदारों द्वारा अनुचित लाभ प्राप्त करने की दृष्टि से तौल में हेराफेरी एवं निःशुल्क वितरित होने वाले अनाज का मूल्य प्राप्त करने आदि जैसे प्रयास किये जाते हैं। इस पर भी रोक लगाई जाना चाहिये। नये अस्थाई पर्चीधारी हितग्राहियों को भी तीन माह का राशन वितरित किया जाना है। उन्हें अस्थाई हितग्राही पर्ची वितरण की कार्रवाई भी सुनिश्चित की जाये।

मंत्री श्री सिंह ने पत्र में लिखा कि उचित मूल्य दुकानदार के साथ यदि किसी प्रकरण में कहीं विभागीय अधिकारी अथवा कर्मचारी की संलिप्तता भी पाई जाती है, तो उनके खिलाफ कार्यवाही के लिए विभाग को अवगत कराया जाये। उनके विरुद्ध विभागीय स्तर पर भी कार्यवाही की जायेगी।

ऊर्जा मंत्री श्री तोमर ने जनमित्र केन्द्र का किया आकस्मिक निरीक्षण 

ऊर्जा मंत्री एवं कोविड-19 नियंत्रण एवं रोकथाम के लिए ग्वालियर जिले के प्रभारी मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा है कि आयुष्मान कार्ड धारकों को नि:शुल्क उपचार की व्यवस्था सरकार द्वारा की गई है। सभी कार्डधारियों को आवश्यकता पड़ने पर नि:शुल्क उपचार मिले, यह सुनिश्चित किया जाए। इसके साथ ही जो लोग आयुष्मान कार्ड के लिये पात्रता रखते हैं उनके कार्ड बनाने का कार्य भी तत्परता से किया जाए। 

ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने सोमवार को आकस्मिक कांचमिल कम्युनिटी हॉल ग्वालियर स्थित 'जनमित्र केन्द्र' क्रमांक-5 का आकस्मिक निरीक्षण किया और केन्द्र पर उपस्थित अधिकारियों और कर्मचारियों को यह निर्देश दिए। मंत्री श्री तोमर ने कहा है कि 'जनमित्र केन्द्र' पर स्थापित किए गए कोविड स्वास्थ्य केन्द्र पर भी जो लोग आयें, उनका स्वास्थ्य परीक्षण कर आवश्यक दवाओं का वितरण भी किया जाये। इसके साथ ही अधिक से अधिक लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाने का कार्य भी हो। 

ऊर्जा मंत्री श्री तोमर ने कहा कि 'जनमित्र केन्द्र' के माध्यम से जो टीकाकरण का कार्य किया जा रहा है, उसे व्यवस्थित रूप से किया जाये। राशन वितरण के संबंध में भी जिन हितग्राहियों को जो अस्थायी पात्रता पर्ची प्रदान की जाना है, उसे तत्परता से करें, ताकि सरकार द्वारा जरूरतमंदों को जो पाँच माह का नि:शुल्क खाद्यान्न उपलब्ध कराया जा रहा है, वह समय पर मिल सके। 

परिवहन मंत्री श्री राजपूत की गाँव-गाँव में कोरोना के विरुद्ध जन-जागृति रथ-यात्रा

कोरोना के प्रारंभिक लक्षणों को छुपाना नहीं बताना है - परिवहन मंत्री

राजस्व एवं परिवहन मंत्री श्री गोविन्द सिंह राजपूत ने गाँव-गाँव में कोरोना के विरुद्ध आमजन को जागृत करते हुए कहा कि सर्दी, खाँसी, जुकाम जैसे प्रारंभिक लक्षणों को छुपाए नहीं, छुपाने से कोरोना और अधिक फैलेगा। किल-कोरोना अभियान के तहत समय पर डॉक्टर से सलाह लेने और उसका इलाज कराने से कोरोना को प्रारंभिक स्तर पर ही समाप्त किया जा सकता है। मंत्री श्री राजपूत सोमवार को सागर के गाँव-गाँव में अपने दो दिवसीय जन-जागृति अभियान में जनता से रू-ब-रू हुए।

मंत्री श्री राजपूत ने कोरोना के विरुद्ध प्रारंभ की गई अपनी रथ-यात्रा के दौरान जनता से अपील की कि कोरोना से बचाव के लिए उन्हें क्या-क्या सावधानियाँ रखनी चाहिये। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के किल-कोरोना अभियान के तहत गाँव-गाँव में छोटे-छोटे क्वारेंटाइन सेंटर बनाकर कोरोना को वहीं किल किया जाना है। इसके पहले प्रारंभिक लक्षण दिखने पर डॉक्टर्स से सलाह लें। यदि बीमारी प्रारंभिक स्तर पर है, तो होम क्वारेटाइन में रहकर दवाएँ लें। इसके लिए आपको निःशुल्क मेडिकल किट का वितरण किया जा रहा है।

होम क्वारेन्टाइन, कोविड केयर सेंटर फिर अस्पताल

मंत्री श्री राजपूत ने कहा कि यदि होम क्वारेन्टाइन के लिए घर में स्थिति न हो तो पास के कोविड केयर सेन्टर में अपना इलाज करायें। आपको भोजन, दवाएँ, एम्बुलेंस आदि की निःशुल्क व्यवस्था उपलब्ध है। इसके बाद भी यदि स्थिति में सुधार नहीं हो, तो शासकीय जिला चिकित्सालय में कोविड के इलाज के लिए अलग से व्यवस्था की गई हैं। उन्होंने कहा कि सरकार कोविड संक्रमण को रोकने के लिए अपने पूरे प्रयास कर रही है। आप लोगों के सहयोग से इस पर धीरे-धीरे सही परंतु स्थाई रूप से काबू पाया जा सकेगा।

कोविड नियंत्रण कार्यों के सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं - स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी

स्वास्थ्य मंत्री ने उज्जैन में ली कोविड समीक्षा बैठक

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने उज्जैन में कोरोना नियंत्रण के लिये किये जा रहे कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि जिले में कोविड नियंत्रण के प्रभावी कार्यों का सकारात्मक परिणाम सामने नजर आ रहा है। यहाँ पर अन्य जिलों की अपेक्षा किल कोरोना अभियान का दो बार सर्वेक्षण हो चुका है। उन्होंने कहा कि जिले में ग्रामीण क्षेत्र में ऑक्सीजन बेड बढ़ाने को लेकर अच्छा कार्य हुआ है। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने निर्देश दिये हैं कि राज्य शासन द्वारा चलाई जा रही मुख्यमंत्री कोविड उपचार योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाये, जिससे योजना का लाभ गरीबों को मिल सकें।

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने कोविड-19 की समीक्षा के दौरान निर्देश दिये कि कोरोना चेन को तोड़ने के लिए गंभीरता से निरंतर प्रयास किये जाने होंगे। उन्होंने कहा कि जितनी जल्दी कोरोना संक्रमण में कमी आयेगी, उतनी ही जल्दी आम गतिविधियों को भी खोला जा सकेगा।

उज्जैन के कोविड प्रभारी, उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने जिले में किये जा रहे कोविड नियंत्रण कार्यों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं के सहयोग से उज्जैन शहर में पीटीएस एवं प्रशांति गार्डन में कोविड केयर सेन्टर संचालित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिले में अप्रैल माह में जहाँ कुल बेड की क्षमता 443 थी, वहीं आज की स्थिति में प्रायवेट एवं सरकारी अस्पतालों को मिलाकर जिले में 2582 कोविड बेड उपलब्ध हैं।

कोविड केयर सेन्टर का निरीक्षण किया

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने कोविड केयर सेन्टरों का निरीक्षण किया और सेन्टरों की व्यवस्था का जायजा लिया। कोविड कमांड सेंटर पहुँचकर होम आईसोलेट मरीज से वीडियो कॉल से चर्चा कर उनके स्वास्थ्य के संबंध में जानकारी ली।

कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने बताया कि जिले में शासकीय क्षेत्र में उज्जैन शहर में 3 कोविड हॉस्पिटल और ग्रामीण क्षेत्र में 11 कोविड हॉस्पिटल संचालित हैं। इसी तरह निजी क्षेत्र में उज्जैन शहर में 13 एवं ग्रामीण क्षेत्र में 5 कोविड हॉस्पिटल चल रहे हैं। जिला प्रशासन द्वारा 16 फीवर क्लीनिक, 15 कोविड सहायता केन्द्र संचालित किये जा रहे हैं।

बैठक में किल-कोरोना अभियान की जानकारी दी गई। बताया गया कि ग्रामीण क्षेत्र में 14 लाख 45 हजार 852 व्यक्तियों का सर्वे करने का लक्ष्य निर्धारित था। इसमें से 14 लाख 33 हजार 136 व्यक्तियों तक 1470 सर्वे टीम द्वारा सर्वे किया गया तथा 8 हजार 81 सस्पेक्टेड चिन्हित किये गये। इन सभी को कोरोना किट वितरित कर दी गई है। सर्वे के दौरान ग्रामीण क्षेत्र में 224 पॉजिटिव कोरोना मरीजों की पहचान की गई। आयुष्मान भारत योजना के तहत जिले में कुल 17 अस्पताल इंपैनल्ड किये गये गये हैं। जिले में अब तक 6 लाख 47 हजार 888 व्यक्तियों के आयुष्मान कार्ड बना दिये गये हैं। बैठक में पुलिस अधीक्षक श्री सत्येन्द्र कुमार शुक्ल ने कोरोनाकाल की पुलिस व्यवस्थाओं की जानकारी दी।

विभिन्न जिलों में 20 से 31मई 2021 तक जारी रहेगा कोरोना कर्फ्यू : डॉ. राजौरा

अपर मुख्य सचिव गृह डॉ. राजेश राजौरा ने बताया है कि प्रदेश के 52 ज़िलों में ज़िला आपदा प्रबंधन समिति के निर्णय उपरांत ज़िला कलेक्टर्स द्वारा कोरोना कर्फ़्यू के ऑर्डर धारा 144 दण्ड प्रक्रिया संहिता अंतर्गत जारी किए गए हैं। उन्होंने बताया है कि आज सोमवार से ही प्रदेश के 19 जिलों में 31 मई,  25 जिलों में 24 मई, पांच जिलों में 25 मई और 20 मई सुबह 6 बजे तक बुरहानपुर, 27 मई सुबह 7 बजे तक डिंडोरी एवं 29 मई की रात्रि तक इन्दौर में कोरोना कर्फ्यू रहेगा।

डॉ. राजौरा ने बताया है कि 19 जिलों की विभिन्न क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी द्वारा लिए गए निर्णय अनुसार उज्जैन, ग्वालियर, शिवपुरी, सागर, मुरैना, नीमच, शहडोल, उमरिया, देवास, आगर-मालवा, रायसेन, भिंड, बालाघाट, श्योपुर, सिवनी, सीहोर, विदिशा, मंडला और दमोह में आगामी 31 मई 2021की सुबह 6 बजे तक कोरोना कर्फ्यू जारी रहेगा। उन्होंने बताया कि अलीराजपुर, नरसिंहपुर, बैतूल, अनूपपुर और रतलाम में 25 मई की सुबह 6 बजे तक कोरोना कर्फ्यू रहेगा।

अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा ने बताया कि जिला आपदा प्रबंधन कमेटी द्वारा लिए गए निर्णय अनुसार आगामी 24 मई 2021 की सुबह 6 बजे तक भोपाल, जबलपुर, रीवा, छिंदवाड़ा, होशंगाबाद, सिंगरौली, सतना, सीधी, अशोकनगर, धार, मंदसौर, राजगढ़, टीकमगढ़, पन्ना, खरगोन, गुना, बड़वानी, शाजापुर, निवाड़ी, खंडवा, छतरपुर, झाबुआ, कटनी, हरदा और दतिया में कोरोना कर्फ्यू जारी रहेगा।

प्रदेश के गाँव और शहरों में 58 हजार से अधिक क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप गठित - गृह मंत्री डॉ. मिश्रा

गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने बताया है कि मध्यप्रदेश के ग्रामीण एवं नगरीय निकायों में 58 हजार 138 क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप का गठन कर लिया गया है। इन समूहों में 6 लाख 51 हजार 559 सदस्य हैं। इसके साथ ही 301 विकास खंडों में भी क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप का गठन किया गया है जिसमें 5 हजार 784 सदस्य हैं।

डॉ. मिश्रा ने बताया कि  मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देशानुसार गृह विभाग द्वारा 10 मई को ग्राम/ब्लॉक/वार्ड स्तरीय  क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप (संकट प्रबंधन समूहों) के आदेश जारी कर गए हैं। उन्होंने बताया कि अभी तक 50 हजार 846 ग्रामों में ग्राम स्तरीय संकट प्रबंधन समूहों का गठन किया गया है। इनमें कुल 5 लाख 34 हजार 627 सदस्य हैं। इसी प्रकार  नगर निगमों के वार्डों में 884, नगर पालिका के वार्डों में 2218 और नगर परिषद के वार्डों में 4190 कुल 7292 नगरीय निकायों के वार्डों में वार्ड स्तरीय संकट प्रबंधन समूह का गठन कर लिया गया है। इनमें एक लाख 16 हजार 932 सदस्य हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश के 301 विकास खंडों में भी विकासखंड स्तरीय क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप का गठन हो चुका है। इसमे 5 हजार 784 सदस्य हैं।

डॉ. मिश्रा ने बताया कि मध्यप्रदेश  के गाँवों और शहरों में कोरोना महामारी को रोकने के संबंध में गठित यह सभी समूह सक्रियता से जुट गए हैं। उन्होंने बताया कि राज्य के 52 जिलों में ज़िला-स्तरीय आपदा प्रबंधन समितियाँ विगत एक वर्ष से क्रियाशील होकर अपना कार्य कर रहे हैं।

मरीज की क्लीनिकल स्थिति का समिति मूल्याकंन कर टोसिलिजुमेब इंजेक्शन की उपलब्धता सुनिश्चित करेंगी

कोविड-19 के ऐसे मरीज जिनकी हालत गंभीर है। उनका क्लीनिकल आधार पर चिकित्सक द्वारा मूल्यांकन कर आवश्यक स्थितियों में ही गंभीर मरीजों की टोसिलिजुमेव इंजेक्शन लगवाया जाता है। वर्तमान में प्रदेश के लिए 1190 (80 mg strength) इंजेक्शन का आवंटन किया गया है। यह इंजेक्शन संभागीय मुख्यालय में सिपला के स्टॉकिस्ट के पास रखवाये जा रहे है। इनका उपयोग एवं वितरण के लिये  संभाग स्तर पर समिति गठित की गई है।

स्वास्थ्य आयुक्त श्री आकाश त्रिपाठी ने बताया कि उज्जैन संभाग की समिति में संभागीय संयुक्त संचालक, स्वास्थ्य सेवायें उज्जैन एवं सिविल सर्जन सह अस्पताल अधीक्षक उज्जैन सदस्य है। शेष संभागों के लिये संबंधित मुख्यालय के अधिष्ठाता, शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं संबंधित संभागीय संयुक्त संचालक, स्वास्थ्य सेवायें सदस्य है। यह समिति निर्धारित परिपत्र में कोविड अस्पतालों के ऐसे मरीज जिन्हें टोसिलिजुमेब इंजेक्शन की आवश्यकता बताई जा रही हो, का विवरण प्राप्त करेगी। समिति मरीज की क्लीनिकल स्थिति का मूल्याकंन कर एवं आवश्यकतानुसार चिकित्सा महाविद्यालय के श्वास विशेषज्ञ से सलाह लेकर मरीज को टोसिलिजुमेब इंजेक्शन दिया जाना है अथवा नहीं यह निर्धारित करेगी। उज्जैन संभाग के लिये जिला चिकित्सालय में पदस्थ श्वास विशेषज्ञ से सलाह ली जावेगी।

स्वास्थ्य आयुक्त ने बताया कि जितने मरीज को इंजेक्शन दिया जाना आवश्यक होगा उससे संबंधित अस्पतालों को इंजेक्शन का रिलीज आर्डर समिति जारी करेगी। सिपला के स्टॉकिस्ट द्वारा रिलीज आर्डर के आधार पर उतनी संख्या में टोसिलिजुमेब इंजेक्शन का भुगतान प्राप्त कर उस कोविड अस्पताल को इंजेक्शन जारी किये जायेंगे। टोसिलिजुमेब इंजेक्शन की अत्यंत सीमित आपूर्ति को देखते हुए यह पूरी व्यवस्था संभागायुक्त के मार्गदर्शन एवं नियंत्रण में सम्पादित की जावेगी।

राज्य मंत्री श्री परमार के प्रयासों से शुरू होगा आईसीयू वार्ड

स्कूल शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार) और सामान्य प्रशासन मंत्री और कोविड-19 नियंत्रण और रोकथाम के लिए शाजापुर और आगर-मालवा जिले के प्रभारी मंत्री श्री इंदर सिंह परमार ने बताया कि शुजालपुर सिटी सिविल हॉस्पिटल में आईसीयू वार्ड बनाया जायेगा। इससे कोविड-19 से संक्रमित गंभीर मरीजों का शुजालपुर में ही इलाज किया जा सकेगा। शाजापुर जाने में लगने वाले बहुमूल्य समय की बचत होगी और अनेकों मरीजों की जान भी बच सकेगी।

श्री परमार ने बताया कि सिविल हॉस्पिटल शुजालपुर के मरीजों के लिए नागरिक बन्धुओं का लगातार सहयोग मिल रहा है। श्री कुंथुनाथ जैन मंदिर शुजालपुर मंडी के जैन धार्मिक एवं पारमार्थिक न्यास की तरफ से श्री अचलगच्छ कच्छी वीसा ओसवाल द्वारा मन्दिर की 64वीं वर्षगाँठ के अवसर पर एक 'एयर कंडीशनर' दान किया गया है। शुजालपुर सिटी सिविल हॉस्पिटल में बनने वाले आईसीयू वार्ड में इसका उपयोग किया जाएगा। इसी तरह 'अपनों के लिए-अपना कोविड केयर सेंटर' के लिए शहर के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. एस.एन. गुप्ता द्वारा 'स्पंधन चेरिटेबल ट्रस्ट' की ओर से दो ऑक्सीजन कन्संट्रेटर दान किये गये हैं। राज्य मंत्री श्री परमार ने संकट के समय में आमजनों की मदद करने के लिए आगे आये मानव रूपी फरिश्तों का हार्दिक आभार और धन्यवाद व्यक्त किया है।

ब्लैक फंगस के नियंत्रण, चिन्हांकन एवं प्रबंधन को सुनिश्चित करें - स्वास्थ्य आयुक्त

सभी जिलों को निर्देश जारी

स्वास्थ्य आयुक्त श्री आकाश त्रिपाठी ने कहा कि ब्लैक फंगस के संक्रमण से उत्पन्न लक्षणों का चिन्हांकन कर त्वरित उपचार सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने बताया कि समस्त कोविड संदिग्ध, पुष्ट रोगी और स्वस्थ हो चुके छुट्टी प्राप्त कोविड रोगियों में मधुमेह का उचित चिन्हांकन एवं नियंत्रण किया जाना होगा। सभी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, सिविल सर्जन, प्रभारी कोविड अस्पताल एवं चिकित्सा महाविद्यालयों के अधिष्ठाता को निर्देश दिये गये है कि ब्लैक फंगस से होने वाले रोगों के प्रति सजग रहकर रोगियों का उचित उपचार सुनिश्चित किया जाए।

राज्य शासन भी ब्लैक फंगस की रोकथाम के लिये गंभीरता से प्रयास कर रही है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान प्रतिदिन कोरोना समीक्षा में इसकी समीक्षा भी कर रहे है। राज्य शासन द्वारा ब्लैक फंगस संक्रमण के नि:शुल्क उपचार के लिए प्रदेश के भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर और रीवा चिकित्सा महाविद्यालयों में ईकाइयों का गठन किया गया है। इनमें मेडिसन विभाग, नेत्र विभाग, न्यूरो सर्जरी एवं नाक, कान, गला विभाग के विशेषज्ञ शामिल हैं।

स्वास्थ्य आयुक्त श्री आकाश त्रिपाठी ने ब्लैक फंगस के संक्रमण को रोकने के लिए दिशा-निर्देश जारी किये हैं। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के पुष्ट रोगी के साथ-साथ कोविड-19 के संदिग्ध रोगी एवं कोरोना से ठीक हो चुके व्यक्तियों में डायबिटीज की प्रतिदिन निगरानी रखी जाये एवं उस पर नियंत्रण किया जाये। जिन रोगियों को चिकित्सीय परामर्श अनुसार स्टेरॉयड दिया जा रहा है, उनमें रेंडम ब्लड शुगर स्तर की दैनिक निगरानी हर 8 घंटे के अंतराल पर सुनिश्चित की जाये। किसी भी स्थिति मे स्टेरॉयड एवं ब्रॉड स्पेक्ट्रम एंटीबायोटिक्स का अनावश्यक अनुचित सेवन नहीं कराया जाये। ऑक्सीजन सपोर्टेड रोगियों के लिए ह्यूमिडिफायर बॉटल में स्टराइल अथवा डिस्टिल्ड वाटर का उपयोग किया जाये एवं नियमित रूप से पानी को बदलते रहें। मरीजों के लिये उपयोग होने वाला ऑक्सीजन मास्‍क, कैनुला को नियमित रूप से सैनेटाइज किया जाये। अस्पताल में भर्ती कोविड मरीजों में संक्रमण के नियंत्रण के लिए प्रोटोकॉल का पूर्ण पालन किया जाये।

संकम्रण के लक्षण

ब्लैक फंगस संक्रमण की पहचान रोगियों के नाक, मुख और आँख से काले कण अथवा काला रिसाव होना, नाक बंद होना, नाक के आस-पास गालों की हड्डियों में दर्द, चेहरे में दर्द, लगातार सिर दर्द होना, जबड़े, दांत, आँख में दर्द, बुखार आना, शरीर में नील पड़ना, साँस लेने में परेशानी होना, सीने में दर्द, फेफड़ों में पानी आना, खून की उल्टी होना, मुँह से बदबू आना और मानसिक भ्रम जैसे लक्षणों से होती है।

उज्जैन जिले में किल-कोरोना अभियान बेहतरीन ढंग से चल रहा है - स्वास्थ्य मंत्री डॉ.चौधरी

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा वीडियों कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोरोना संक्रमण एवं ब्लैक फंगस बीमारी की स्थिति की समीक्षा बैठक में उज्जैन के एन.आई.सी. कक्ष से स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी भी वर्चुअल बैठक में शामिल हुए। मंत्री डॉ. चौधरी ने मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान को अवगत कराया कि ब्लैक फंगस के लिए एंडोस्कोपी जाँच सभी अस्पतालों में सुनिश्चित की जा रही है। उन्होंने कहा कि उज्जैन के आरडी गार्डी अस्पताल में ब्लैक फंगस के 18 मरीज भर्ती हैं, जिसमें से चार मरीजों का सफलतापूर्वक ऑपरेशन किया गया है। मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि उज्जैन जिले में किल-कोरोना अभियान बेहतर ढंग से संचालित किया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में सघन सर्वे कर कोरोना के केस सामने लाये गये हैं। शहरी क्षेत्रों में भी सघन सर्वे एवं जाँच के निर्देश दिये गये हैं, जिससे कोरोना संक्रमित प्रत्येक व्यक्ति की पहचान कर उपचार किया जा सके।

सोयाबीन बीज वितरण में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी : मंत्री श्री पटेल 

खरीफ-2021 की समीक्षा करते हुए दिए निर्देश

किसान-कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल ने खरीफ-2021 की फसल समीक्षा करते हुए निर्देशित किया कि सोयाबीन बीज के वितरण में किसी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।

मंत्री श्री पटेल ने कृषि विभाग के अधिकारियो को निर्देशित किया कि  प्राइवेट संस्थाएँ,  जो सोयाबीन बीज उत्पादक हैं या वितरक हैं, सर्वप्रथम सोयाबीन का बीज मध्यप्रदेश के किसानों को प्रदाय करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि यदि कहीं भी इस आदेश का उल्लंघन किया गया, तो सख्त कार्रवाई की जायेगी। श्री पटेल ने बीज निगम और कृषि विभाग के उच्च अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे नकली औऱ अमानक सोयाबीन के बीजों को जप्त करने के लिये छापामारी अभियान पूरे प्रदेश में चलायें। साथ ही सोयाबीन के बीजों की टेगिंग और कालाबाज़ारी पर कार्यवाही कर अवगत करायें।

मध्यप्रदेश को सोयाबीन स्टेट कहा जाता है और लगभग 60 से 62  लाख हेक्टेयर क्षेत्र में इसकी बोनी की जाती है, जो कि देश की कुल सोयाबीन बोनी का 55 प्रतिशत है। 

25 मई तक होगी चने की खरीदी

मंत्री श्री पटेल ने कोरोना संक्रमण और मंडियों में काम-काज की स्थिति को देखते हुए चने की खरीदी को 25 मई तक बढ़ाने के आदेश भी दिए है।

2 लाख 68 हजार 726 कोरोना मरीजों तक पहुँची मेडिकल किट

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देशानुसार होम आइसोलेट कोरोना मरीजों को मेडिकल किटों का वितरण लगातार जारी है। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह ने बताया है कि अभी तक 52 जिलों में 2 लाख 68 हजार 726 मेडिकल किट वितरित की जा चुकी हैं।

मंत्री श्री सिंह ने बताया है कि 18 अप्रैल से 16 मई के मध्य नगरीय क्षेत्रों में फ़ीवर क्लीनिक एवं होम डिलीवरी के माध्यम से 2 लाख 68 हजार 726 मेडिकल किट कोविड मरीज़ों को उपलब्ध कराई गई हैं। उन्होंने जानकारी दी है कि 18 अप्रैल को 12 हजार 583, 19 अप्रैल को 16 हजार 914, 20 अप्रैल को 11 हजार 465, 21 अप्रैल को 10 हजार 327, 22 अप्रैल को 11 हजार 76, 23 अप्रैल को 11 हजार 17, 24 अप्रैल को 10 हजार 658, 25 अप्रैल को 9 हजार 497, 26 अप्रैल को 9 हजार 360, 27 अप्रैल को 9 हजार 705, 28 अप्रैल को 11 हजार 141, 29 अप्रैल को 9 हजार 347, 30 अप्रैल को 8 हजार 958, एक मई को 10 हजार 253, 2 मई को 9 हजार 112, 3 मई को 8 हजार 439, 4 मई को 9 हजार 301, 5 मई को 8 हजार 455, 6 मई को 8 हजार 866, 7 मई को 7 हजार 983, 8 मई को 7 हजार 746, 9 मई को 7 हजार 450, 10 मई को 7 हजार 248, 11 मई को 7 हजार 387, 12 मई को 7 हजार 931 ,13 मई को 7 हजार 388 ,14 मई को 6 हजार 618, 15 मई को 6 हजार 687 कोविड और 16 मई को 5 हजार 814 मरीजों को मेडिकल किट वितरित की गई हैं।

प्रदेश के 407 निकायों के 7292 वार्ड में संकट प्रबंधन समिति गठित

नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह ने जानकारी दी है कि प्रदेश के 407 नगरीय निकायों के 7292 वार्ड में संकट प्रबंधन समितियों का गठन किया जा चुका है। इन समितियों का गठन कोरोना वायरस संक्रमण के रोकथाम एवं बचाव के लिए जरूरी कार्यवाही करने के उद्देश्य से किया गया है।

मंत्री श्री सिंह ने बताया कि 16 नगर निगमों में सभी 884 वार्ड में संकट प्रबंधन समिति का गठन किया जा चुका है। समितियों की बैठक भी लगातार आयोजित की जा रही हैं। इसी तरह 98 नगर पालिकाओं में 2218 और 293 नगर परिषदों में 4190 वार्ड संकट प्रबंधन समितियों का गठन किया जा चुका है।

नोवल कोरोना वायरस (COVID-19) मीडिया बुलेटिन

कोरोना संक्रमण में अनाथ हुए बच्चों का शीघ्र सर्वे करायें - खाद्य मंत्री

कोविड प्रभारी मंत्री श्री सिंह ने जन-प्रतिनिधियों को लिखा पत्र

खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति तथा उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्री बिसाहूलाल सिंह ने अपने कोविड प्रभार के जिलों के जन-प्रतिनिधियों को कोरोना संक्रमण के कारण अनाथ हुए बच्चों की जानकारी शीघ्र भेजने के लिये पत्र लिखा है। उन्होंने अपने प्रभार के जिले सीधी, शहडोल और अनूपपुर के सांसद, विधायक एवं जन-प्रतिनिधियों से इस संबंध में शीघ्र जानकारी भेजने का अनुरोध किया है।

खाद्य मंत्री श्री सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की मंशा के अनुरूप कोरोना संक्रमण से हुई मृत्यु के कारण अनाथ हुए परिवारों का शीघ्र सर्वे करा कर उन्हें अवगत करायें, जिससे उन्हें शासन की योजना का लाभ तुरंत दिया जा सके। इस योजना के अंतर्गत परिवार के एकमात्र कमाने वाले सदस्य की कोरोना संक्रमण में मृत्यु हो जाने के कारण अनाथ हुए परिवार को 5 हजार रुपये पेंशन एवं बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा के लिये राशि दी जायेगी।

मंत्री श्री सिंह ने बताया कि यह जानकारी उनके ई-मेल bisahulalsingh0@gmail.com पर भेजी जा सकेगी।