दिनांक 26 अप्रैल, 2021


अंक 764

मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा बीना ओमान रिफानरी में अस्पताल के निर्माण कार्य की समीक्षा

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने बीना ओमान रिफानरी में एक हजार बिस्तर के निर्माणाधीन चिकित्सालय की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने निर्माण एवं संचालन कार्य से जुड़े विभिन्न बिन्दुओं पर सीधे संबंधित क्रियान्वयन एजेंसी और अधिकारी से संवाद कर कार्य की प्रगति का विवरण प्राप्त किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज निवास से वीडियो कॉन्फ्रेंस से निर्माण कार्य की समीक्षा कर रहे थे। वीडियो कॉन्फ्रेंस में नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह, प्रमुख सचिव औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन श्री संजय शुक्ला, प्रमुख सचिव लोक निर्माण श्री नीरज मंडलोई, बीना ओमान ऱिफानरी लिमिटेड के संचालक श्री भंडारी एवं अन्य निर्माण एजेंसियों के प्रतिनिधि एवं प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित थे।

व्यवास्थाएँ ऑल वैदर प्रूफ हो

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि अस्पताल निर्माण की व्यवस्थाएँ ऑल वैदर प्रूफ होनी चाहिए, जो आंधी, तूफान और बरसात से भी प्रभावित न हों। उन्होंने कहा कि आवश्यकता होने पर अस्पताल के बिस्तरों की संख्या एक हजार से बढ़ाकर पाँच हजार तक करने के लिए विद्युत आपूर्ति, पेयजल आदि की मूलभूत सुविधाओं का विकास किया जाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अस्पताल संचालन से संबंधित सभी बिन्दुओं पर पृथक-पृथक जानकारी प्राप्त की।

मुख्यमंत्री श्री चौहान को बताया गया कि अस्पताल की विद्युत आपूर्ति के लिए विद्युत सब स्टेशन का निर्माण कार्य तीव्र गति से प्रगतिरत है। विद्युत आपूर्ति के बैकअप के रूप में रिफानरी की विद्युत व्यवस्था को सपोर्ट सिस्टम बनाया गया है। रिफानरी के बेतवा जलस्रोत से ही पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था की जा रही है। जल स्रोत में पर्याप्त जल का संचयन है। कनेक्टिविटी के लिए करीब डेढ़ किलोमीटर की सड़क का निर्माण कार्य भी शुरु हो गया है। चिकित्सालय की भोजन, जलपान आदि व्यवस्थाओं के लिए अक्षय पात्र फाउंडेशन के साथ टाईअप किया गया है। साफ-सफाई के लिए निजी एजेंसियों के साथ अनुबंध की कार्यवाही प्रचलित है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्लांट से रोगी तक ऑक्सीजन वितरण के बिन्दु की भी समीक्षा की। बताया गया कि प्लांट से ऑक्सीजन पाईप लाइन द्वारा चिकित्सालय तक जाएगी। पाईप लाइन निर्माण की कार्यवाही भी जारी हो गई है। बीना ओमान रिफानरी के प्रबंध संचालक श्री भंडारी ने बताया कि प्लांट में 90 टन क्षमता के दो ऑक्सीजन प्लांट उपलब्ध हैं। एक प्लांट का ट्रायल रन विगत 20 अप्रैल से किया जा रहा है। दूसरे का ट्रायल रन आज से शुरु हो गया है

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने नारियल का पौधा रोपा

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज निवास में नारियल का पौधा रोपा। नारियल एक बेहद उपयोगी फल है। धार्मिक अनुष्ठानों आदि में प्रयुक्त होने के साथ ही यह स्वस्थ रखने वाले पौष्टिक तत्वों से भरपूर होता है। नारियल का एक टुकड़ा रोजाना खाने से बॉडी की इम्यूनिटी बढ़ती है। याददाश्त भी बेहतर होती है। नारियल विटामिन, मिनरल, कार्बोहाइड्रेड और प्रोटीन से भरपूर होता है। नारियल देर से पचने वाला,मूत्राशय शोधक, ग्राही, पुष्टिकारक, बलवर्धक, रक्तविकार नाशक, दाहशामक तथा वात-पित्त नाशक है। सूखे नारियल से तेल का भी व्यापक उपयोग होता है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने की निजी चिकित्सकों से चर्चा

संक्रमण नियंत्रण, उपचार संबंधी व्यवस्थाओं पर सुझाव प्राप्त किए

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के निजी चिकित्सालयों के चिकित्सकों के साथ आज वीडियो कॉन्‍फ्रेंस कर संक्रमण नियंत्रण, उपचार और वैकल्पिक व्यवस्थाओं के संबंध में चर्चा की। उन्होंने कहा कि संक्रमण की गति में स्थिरता आई है। सबके सहयोग से शीघ्र ही स्थिति बेहतर होने की सम्भावना है। राज्य सरकार औषधियों और ऑक्सीजन की उपलब्धता के लिए निरंतर प्रयास कर रही है। ऑक्सीजन के खाली सिलेंडरों को एयर लिफ्ट कर भेजा जा रहा है। बोकारो से ऑक्सीजन रेल भी आने वाली है। दस हजार रेमडेसिविर इंजेक्शन भी आज प्राप्त हो रहे हैं, जिनको हवाई जहाजों से वितरण किया जा रहा है। 

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि यह संकट की घड़ी चुनौती पूर्ण है। समन्वय और पारम्परिक सहयोग के साथ कार्य करते हुए चुनौती का सामना किया जा सकता है। यह जरूरी है कि उपचार की गाइड लाइन, ऑक्सीजन एवं रेमडेसिविर इंजेक्शन के उपयोग का एक निश्चित प्रोटोकॉल तैयार किया जाए। उन्होंने कहा कि रोगियों को दूसरे चिकित्सालयों में रेफर करने का कार्य पूरी गंभीरता और सावधानी के साथ किया जाए। यदि रोगी को अन्यत्र भेजना आवश्यक हो तो उसे उचित मेडिकल सपोर्ट के साथ ही भेजा जाए। इसके साथ ही मरीजों के परिजनों की बड़ी संख्या को सख्ती के साथ रोका जाए। साथ ही परिजनों के लिए चाय, नाश्ते की व्यवस्था सहित बैठने की व्यवस्था अस्पताल से दूर करा दी जाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सरकारी कर्मचारियों के द्वारा किल-कोरोना-2 अभियान में घर-घर सर्वेक्षण किया जा रहा है। सर्वेक्षण में सर्दी जुकाम के रोगियों के प्राथमिक उपचार के रूप में कौन सी दवाएँ दी जा सकती हैं। टेली-मेडिसन की क्या भूमिका हो सकती है, इस संबंध में सुझाव आमंत्रित किए। उन्होंने कहा कि सेवा कार्य में किसी प्रकार की बाधा नहीं आए, इसके लिए पारदर्शिता पर भी ध्यान दिया जाए। इलाज की दरों का दर्शनीय डिसप्ले की व्यवस्था हो। उन्होंने कहा कि कोरोना पर विजय टीम के रूप में कार्य करके प्राप्त की जा सकती है। 

मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा विडियो कॉन्‍फ्रेंस में संक्रमण रोकने के प्रयासों के संबंध में निजी चिकित्सकों से सुझाव भी प्राप्त किए। चर्चा में भोपाल के चिरायु हॉस्पिटल के डॉ. अजय गोयनका, जे.के. हॉस्पिटल के डॉ. रूपेश जैन, नेशनल हॉस्पिटल के डॉ. प्रद्युमन पांडे तथा नर्मदा अस्पताल के डॉ. राजेश शर्मा, इंदौर के एसएआईएमएस हॉस्पिटल के डॉ. रवि दोषी, बॉम्बे हॉस्पिटल के डॉ. मनीष जैन, एमवाई हॉस्पिटल के डॉ. दीपक बंसल, ग्वालियर के अपोलो हॉस्पिटल के डॉ. प्रियमवद भसीन और डॉ. पूणेंद्र भसीन, जबलपुर सिटी हॉस्पिटल के डॉ. प्रदीप पटेल, स्वास्तिक हॉस्पिटल के डॉ. सुरेश पटेल, एनएससीबी मेडिकल कॉलेज के डॉ. जितेंद्र भार्गव, उज्जैन के आर.डी. गार्डी हॉस्पिटल की डॉ. आरती जुल्का, देवास अमलतास मेडिकल कॉलेज के डॉ. सोंगरा, श्रीवास्तव नर्सिंग होम बालाघाट के डॉ. एस.के. श्रीवास्तव और बैतूल संजीवनी अस्पताल के डॉ. योगेश पंडगरे और गोवर्धन अस्पताल के डॉ. राठी ने भाग लिया।  

गरीब परिवार को तीन माह में 25 किलोग्राम खाद्यान्न प्रति व्यक्ति के मान से नि:शुल्क मिलेगा

मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा गेहूँ उपार्जन कार्य की समीक्षा

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि गरीब परिवारों को राज्य सरकार द्वारा नि:शुल्क दिये जाने वाले खाद्यान्न के साथ ही केन्द्र सरकार से प्राप्त 10 किलो खाद्यान्न का वितरण भी किया जाए। इस तरह परिवार के प्रत्येक सदस्य के मान से 25 किलोग्राम अनाज तीन माह में गरीबों को नि:शुल्क प्राप्त होगा। उन्होंने कहा कि योजना का लाभ प्रत्येक पात्र व्यक्ति को मिले इसके लिए व्यापक स्तर पर जन-जागृति के कार्य किए जायें। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज मुख्यमंत्री निवास से वीडियो कॉन्फ्रेंस से गेहूँ उपार्जन कार्य की समीक्षा कर रहे थे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने संक्रमण चुनौती के काल में खाद्य विभाग और सहकारिता क्षेत्र के कर्मचारियों अधिकारियों के उत्कृष्ट कार्यों की सराहना करते हुए उन्हें बधाई दी। उन्होंने कहा कि जो हितग्राही अप्रैल-मई माह का अनाज ले गए हैं उनको जून माह में अतिरिक्त आंवटन की पूर्ति की जाए। श्री चौहान ने गेहूँ उपार्जन कार्य की व्यवस्थाओं की प्रशंसा करते हुए परिवहन कार्य में और अधिक गति लाने के प्रयास करने के लिए कहा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि उपार्जन एवं राशन वितरण व्यवस्थाओं में संक्रमण से बचाव की सावधानियों का पूरी गम्भीरता से पालन होना चाहिए। राशन वितरण में बॉयोंमेट्रेक्सि व्यवस्था से छूट दी जाए। मास्क पहनने और सेनेटाइजेशन की व्यवस्थाओं का कड़ाई से अनुपालन हो।

मुख्यमंत्री श्री चौहान को बताया गया कि खरीदी की अवधि बढा़ने और पोर्टल को शनिवार को खुला रखने के कार्य किए गए हैं। जिन खरीदी केन्द्रों में 5 मई तक खरीदी होनी थी, वहां अब 15 मई तक खरीदी का कार्य किया जाएगा। इसी तरह 15 मई तक खरीदी केन्द्रों में 25 मई तक खरीदी होगी। इसी तरह खरीदी केन्द्रों की क्षमता के अनुसार एस.एम.एस भेजे जा रहे हैं ताकि केन्द्रों पर भीड़ एकत्र नहीं हो। उनको बताया गया कि प्रदेश में खरीदी की मात्रा के अनुसार बारदाने उपलब्ध हैं। प्रदेश में कुल सत्यापित 24 लाख 65 हजार सत्यापित किसानों में से 16 लाख 5 हजार किसानों को एस.एम.एस भेजे गए हैं।

इनमें से 7 लाख 32 हजार किसानों से 10 हजार 596 करोड़ रूपए का 53 लाख 69 हजार मीट्रिक टन खाद्यान्न की खरीदी हो चुकी है। किसानों को 6 हजार 683 करोड़ रूपए का भुगतान किया गया है। भुगतान 5 दिवस की अवधि में किया जा रहा है। प्रदेश में 4 हजार 588 खरीदी केन्द्रों द्वारा खरीदी का कार्य किया जा रहा है। सभी 94 सेक्टरों में उपार्जन ऐंजेंसी द्वारा परिवहनकर्ता नियुक्त हैं।

होम आइसोलेसन में मध्यप्रदेश को बनायें आइडियल - मुख्यमंत्री श्री चौहान

ऑक्सीजन का सुनियोजित वितरण करें

      मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि होम आइसोलेसन को इस प्रकार से सुनियोजित करें कि देश भर में आइडियल बने। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज कोविड 19 की रोकथाम एवं व्यवस्थाओं के संबंध में कोर ग्रुप सदस्यों एवं अधिकारियों से वर्चुअल चर्चा कर रहे थे। चर्चा में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कोविड की व्यवस्थाओं की जानकारी प्राप्त की। अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य श्री मोहम्मद सुलेमान ने बताया कि इंदौर एवं भोपाल में नए प्रकरणों में जहाँ कमी आई है वहीं   ग्वालियर में कोविड के नए केस सामने आए हैं। उन्होंने बताया कि जिन जिलों में एक सप्ताह में 50 से कम नए केस पंजीकृत हुए हैं, उनमें सबसे कम 13 केस उमरिया जिले में दर्ज किए गए हैं।

किल कोरोना अभियान में दिखाए तेजी

          मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि किल कोरोना अभियान पर अधिकारी एवं प्रभारी मंत्री तेजी से काम करें। उन्होंने कहा कि हमें यह प्रयास करना है कि भोपाल, इंदौर, जबलपुर, उज्जैन एवं ग्वालियर में आक्सीजन एवं बेड की आपूर्ति एवं उपलब्धता को कैसे बढ़ाया जाए।सरकारी हॉस्पिटल के साथ प्रायवेट हास्पिटल में बिस्तरों की संख्या में किस प्रकार वृद्धि की जा सकती है। उन्होंने कहा कि कोरोना के ऑकड़ों को देखें तो यही समय है जब कोरोना को समाप्त किया जा सकता है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि होम आइसोलेटेड मरीजों के पास कोविड गाइड-लाइन के संबंध में एक पैम्फलेट किट के साथ पहुँचाए। होम आइसोलेसन के मरीजों से कोविड की प्रॉपर गाइड-लाइन का पालन करवाया जाये। 

योग से होंगे निरोग

          मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि योग से निरोग अभियान में 2500 योग गुरूओं ने पंजीयन कराया है। आगामी कुछ दिनों में यह संख्या लगभग 5000 से अधिक होने की संभावना है। दवाओं के साथ होम क्वारेंटाइन मरीजों को योग का प्रशिक्षण भी दिया जायेगा, जिससे उनकी ऑक्सीजन क्षमता में वृद्धि होगी। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड केयर सेन्टर बनाए गए हैं। इन सेंटर का बेहतर से बेहतर इस्तेमाल करें। ग्रामीण क्षेत्रों में भी ग्रामीण महिलाओं ने स्वयं लोगों के आने-जाने पर रोक लगाई है। स्वत: कफर्यू भी अपने गाँवों में लगाये हैं। उन्होंने कहा कि  शहरों में माइक्रो कन्टेन्टमेंट बनाएं।

11 नए ऑक्सीजन केन्द्र स्वीकृत

          मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि स्थानीय स्तर पर ऑक्सीजन प्लांट स्थापना का कार्य किया जा रहा है। अभी तक 6 ऑक्सीजन प्लांट क्रियाशील हो गए हैं। आगामी एक-दो दिन में चार प्लांट ओर शुरू हो जायेंगे। आज देवास, मंडला, दमोह, छतरपुर, होशंगाबाद, राजगढ़, शाजापुर, भिण्ड, सीधी, पन्ना एवं धार में भी पीएसए आधारित 11 नए ऑकसीजन प्लांट स्वीकृत किए गए हैं। इस तरह पीएसए आधारित कुल 63 प्लांटों का कार्य तेजी से प्रगतिरत है।

ऑक्सीजन टेंकर के लिए रियल टाइम मैनेजमेंट करें

          मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि  ऑक्सीजन टैंकर के लिए रियल टाइम मैनेजमेंट का नियम बनाए। टैंकर बढ़ाने के लिए हमें प्रयास करना चाहिए। पिछले एक-दो दिन में स्थिति पहले से बेहतर हुई हैं। राजस्व एवं परिवहन मंत्री श्री गोविन्द सिंह राजपूत ने सुझाव दिया कि गुना के विजयपुर स्थित गेल के पास ऑक्सीजन भी है और टैंकर भी, जिनका हमें उपयोग करना चाहिए। इस पर मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अधिकारियों को वस्तु-स्थिति से अवगत कराने के लिए कहा। चर्चा में मंत्री श्री गोपाल भार्गव ने सुझाव दिया कि हमें आक्सीजन के सुव्यवस्थित वितरण पर ध्यान देना है। ऑक्सीजन हॉस्पिटल को कितनी दी गई, कितनी उसकी खपत हुई और उसका पूरा ऑडिट भी कराया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि इंटरनल डिस्ट्रीब्यूशन का सिस्टम परफेक्ट होना चाहिए।  

संक्रमण की रोकथाम में योग की भूमिका महत्वपूर्ण : मुख्यमंत्री श्री चौहान

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने "योग से निरोग" अभियान की समीक्षा की

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि योग संक्रमण नियंत्रण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। होम आइसोलेशन में संक्रमितों के लिए योग से निरोग अभियान रामबाण उपचार साबित हो सकता है। जरूरत है कि इसका व्यापक स्तर पर प्रभावी प्रसार हो। प्रत्येक होम आइसोलेट रोगी से प्रशिक्षक दूरभाष पर संपर्क करें। योग की जानकारी देकर, रोगियों में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करें और उनका मनोबल बढ़ायें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से 'योग से निरोग' अभियान की समीक्षा की।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने 'योग से निरोग' अभियान संचालन के संबंध में प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा श्रीमती रश्मि शमी अरुण और योग एसोसिएशन की अध्यक्ष सुश्री पुष्पांजलि से चर्चा कर अभियान की अद्यतन जानकारी प्राप्त की। बताया गया कि प्रदेश में करीब ढाई हजार योग प्रशिक्षकों ने वॉलेंटियर्स के रूप में पंजीयन कराकर प्रशिक्षण का कार्य प्रारंभ कर दिया है। वॉलेंटियर्स पंजीयन का कार्य अभी चल रहा है। प्रदेश में संक्रमित 60 हजार 835 व्यक्तियों में से 19 हजार 573 रोगियों के साथ 1957 योग प्रशिक्षकों ने प्रशिक्षण का कार्य प्रारंभ किया गया है। प्रशिक्षक द्वारा निरंतर तीन दिन तक प्रशिक्षण दिया जा रहा है। तीन दिन बाद प्रशिक्षक दूसरे रोगियों के साथ संपर्क कर प्रशिक्षण प्रदान करेंगे। यह क्रमिक रूप से चलता रहेगा। प्रदेश के सभी जिला शिक्षा अधिकारी, आयुष अधिकारी, तकनीकी अमला और योग प्रशिक्षकों को तीन दिवस का प्रशिक्षण प्रदान कर प्रशिक्षण से संबंधित विभिन्न विषयों की जानकारी दी गई है। शासकीय योग केन्द्र में कॉल सेंटर की स्थापना भी की गई है। जहाँ से योग प्रशिक्षकों को आवश्यक मार्गदर्शन दिया जा रहा है। जिला कमांड और कॉल सेंटर भी बनाया गया है, जहाँ से रोगियों से चर्चा कर उनका फीडबैक प्राप्त किया जा रहा हैं। स्कूल शिक्षा और आयुष विभाग द्वारा भी मॉनीटिरिंग का कार्य भी किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान को सुश्री पुष्पांजलि ने बताया कि 95 प्रतिशत से अधिक जिलों में 'योग से निरोग' अभियान के अंतर्गत प्रशिक्षण प्रारंभ हो गया है। उन्होंने इसे सकारात्मक पहल बताया, कहा कि योग प्रशिक्षक पूरे उत्साह और सकारात्मक सोच के साथ कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें पूर्ण विश्वास है कि आगामी दो सप्ताह में 'योग से निरोग' अभियान के सफल परिणाम दिखने लगेंगे। उन्होंने कहा कि संगठन के सदस्यों में वॉलेंटियर्स के रूप में कार्य करने का भरपूर उत्साह दिख रहा है और करीब पाँच हजार से ज्यादा संगठन के सदस्य अभियान के साथ शीघ्र ही जुड़ जाएंगे।

कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण के लिए सभी अपनी जिम्मेदारी निभायें- मंत्री डॉ. चौधरी

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने किया देवास जिला अस्पताल परिसर में कोविड केयर सेंटर का निरीक्षण
कोविड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से होम आइसोलेशन में व्यक्तियों के स्वास्थ्य की जानकारी ली

लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण  मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने आज देवास पहुँचकर जिला अस्पताल परिसर के नर्सिंग कॉलेज में बने कोविड केयर सेंटर का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने आवश्यक दिशा-निर्देश संबंधितों को दिए। निरीक्षण के दौरान सांसद श्री महेंद्र सिंह सोलंकी, विधायक श्री मनोज चौधरी, श्री राजीव खंडेलवाल, पूर्व महापौर श्री सुभाष शर्मा, एडीएम श्री महेंद्रसिंह कवचे, एएसपी श्री मनजीत सिंह चावला, सीएमएचओ डॉ. एम.पी. शर्मा उपस्थित थे।

निरीक्षण के दौरान मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने कोविड केयर सेंटर में भर्ती मरीजों को देखा तथा उनके परिजनों से चर्चा की। परिजनों ने बताया कि स्थानीय स्तर पर डॉक्टर और  प्रशासन की टीम जरूरत के मुताबिक मदद कर रही है। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों एवं चिकित्सकों को निर्देश दिए कि मरीजों के इलाज में किसी भी प्रकार की परेशानी न आए। इसका विशेष ध्यान रखें। वर्तमान समय कठिन है, लेकिन सभी के सहयोग से इस समय को टाल देंगे तथा कोरोना को हराकर ही रहेंगे।

निरीक्षण के दौरान मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने निर्देश दिए कि कोरोना संक्रमण का संकट अभी टला नहीं है। कोरोना पर नियंत्रण एवं बचाव के लिए सभी अपनी जिम्मेदारी निभाएँ। सभी के सहयोग से हम कोरोना को मात दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार इस कोरोना काल में पूरी तरह से जुटी हुई है तथा हर प्रकार तैयारी कर रही है। सरकार लगातार बेड की संख्या बढ़ा रही है। जो मरीज गंभीर रूप से बीमार नहीं है, उन्हें होम आइसोलेशन किया गया तथा उनसे लगातार दिन में 2-3 बार डिस्ट्रिक कोविड कमांड एंड सेंटर के ड्यूटी डॉक्टर द्वारा बात की जा रही है। उन्हें पर्याप्त मात्रा में दवाईयों की किट दी जा रही है तथा उनके स्वास्थ्य की जानकारी भी ली जा रही है।

डिस्ट्रिक कोविड कमांड एंड सेंटर का किया निरीक्षण

मंत्री डॉ. चौधरी ने डिस्ट्रिक कोविड कमांड एंड सेंटर का निरीक्षण किया और चिकित्सकीय स्टॉफ से चर्चा की। सेंटर से उन्होंने विजय नगर देवास, कालानी बाग देवास, उदयनगर तथा हाटपीपल्या में आइसोलेटेड मरीजों से दूरभाष पर चर्चा की एवं उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। मरीजों ने बताया कि कोविड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से दिन में दो बार उनसे बात की जाती है एवं स्वास्थ्य के संबंध में आवश्यक जानकारी लेकर उपचार के बारे में बताया जाता है। मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे लगातार होम आइसोलेशन में भर्ती मरीजों से संवाद करें एवं उनके स्वास्थ्य के लिए पर्याप्त व्यवस्थाएँ करें। उन्होंने सांसद श्री सोलंकी ,विधायक श्री चोधरी सहित अन्य जन-प्रतिनिधियों से कहा कि आप लोग भी कोविड-19 एंड कंट्रोल सेंटर से होम आइसोलेशन में भर्ती व्यक्तियों से चर्चा करें और उनके स्वास्थ्य की जानकारी लेकर परामर्श भी दें। शासन द्वारा चलाए जा रहे किल कोरोना अभियान में सर्दी, खाँसी, बुखार, गले में खराश या कोरोना वायरस की अधिक से अधिक जाँच एवं उपचार के निर्देश स्वास्थ्य विभाग को दिए।

कोरोना से जीतकर दूसरों के लिये प्रेरणा बनी उषा निगम

मन में दृढ़ इच्छा शक्ति हो, तो किसी भी लड़ाई से जंग जीती जा सकती है। इस पर खरी उतरी हैं उज्जैन निवासी 62 वर्षीय उषा निगम। जिला सहकारी बैंक से सेवा निवृत्त उषा निगम को समय पर उचित उपचार मिलने और दृढ़ इच्छा शक्ति से कोरोना से मुक्ति मिली। कोरोना से जीतकर दूसरों के लिये उषा निगम एक प्रेरणा भी बनी हैं। लंग्स इंफेक्शन के पूर्व उन्होंने खाँसी, बुखार होने से अस्पताल में कोविड टेस्ट कराया था। उनकी रिपोर्ट पॉजीटिव आने के बाद उन्हें माधव नगर अस्पताल उज्जैन में भर्ती कराया गया। उपचार के दौरान सिटी स्केन करवाने पर लंग्स में 95 प्रतिशत इंफेक्शन बताया गया। हालात बिगड़ने पर माधव नगर अस्पताल में आईसीयू में भर्ती कर सतत उपचार जारी रखा।

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने भी उषा निगम के हौंसले को सलाम करते हुए ट्वीट किया। उन्होंने कहा कि उषा निगम ने 80 दिन में ऑक्सीजन सपोर्ट और दो महीने अस्पताल में रहकर कोरोना से जंग जीत ली। इस नये जीवन के लिये उन्हें शुभकामनाएँ। उषा जी की जीत दूसरों के लिये प्रेरणा बनेगी।

उषा निगम ने हौसला नहीं हारा और कोरोना को हराने के लिये अस्पताल में सतत उपचार कराती रही। स्वास्थ्य में सुधार न होने पर माधव नगर अस्पताल से इन्दौर के अरबिंदो अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुनः नये सिरे से जाँच और उपचार कराने पर लगभग आठ दिन में ही लंग्स इंफेक्शन ठीक होने लगा। चिकित्सकीय निगरानी और अपने हौसले को बुलन्द रखते हुए उषा निगम धीरे-धीरे स्वस्थ होने लगी और कोरोना को मात देकर सकुशल घर लौटी।

चिलचिलाती गर्मी और लू के थपेड़ों के बीच दायित्व निभाते कोरोना वारियर्स

'मैं कोरोना वॉलेंटियर' योजना से जुड़े समाज-सेवी स्थानीय प्रशासन के साथ मिल कर कोरोना संक्रमण को रोकने में महती भूमिका निभा रहे हैं। अलीराजपुर जिले में चिलचिलाती धूप और लू के थपेड़ों के बीच कोरोना वारियर्स विभिन्न चैक पोस्टों पर तैनात होकर आने-जाने वालों को कोरोना संक्रमण से बचने का संदेश दे रहे हैं। चैक पोस्ट पर थर्मल स्क्रीनिंग, स्वास्थ्य संबंधी जानकारी दी जाकर राहगीरों की ट्रेवल हिस्ट्री भी ली जा रही हैं। चैक पोस्ट पर बिना मास्क वालों पर चालानी कार्यवाही भी की जा रही है।

कोरोना पर विजय पाकर घर पहुँचे अभिनव द्विवेदी

कोरोना की रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर लोग बिलकुल न घबरायें। धीरज बनाये रखें। मनोबल बनाये रखने से कोरोना पर विजय पाना मुश्किल नहीं है। यह कहना है नरसिंहपुर जिले के श्री अभिनव द्विवेदी का।वे कोरोना पॉजिटिव हो गये थे और अब पूरी तरह स्वस्थ होकर घर पहुँच चुके हैं।

अभिनव द्विवेदी कहते हैं कि मुझे जब यह महसूस हुआ कि मेरी तबियत खराब है तो मैंने बगैर देर किये डॉक्टर को दिखाया। डॉक्टर की सलाह पर मेरा कोविड-19 का टेस्ट किया गया। रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर मुझे पीजी कॉलेज नरसिंहपुर में बनाये गये कोविड केयर सेंटर में भर्ती किया गया। वहाँ के डॉक्टरों और प्रशासनिक अमले ने मेरा मनोबल बढ़ाया। मुझे समय पर दवाइयाँ दी गईं। समय पर चाय, नाश्ता व भोजन दिया गया। डॉक्टर और स्टाफ बहुत मददगार रहे। उन्हीं के कारण आज मैं पूरी तरह स्वस्थ होकर खुशी- खुशी अपने घर जा रहा हूँ।

देवतुल्य चिकित्सा स्टॉफ ने पल-पल रखा ध्यान

उज्जैन के चरक हॉस्पिटल से कोरोना को मात देकर घर लौटे सहायक शिक्षक श्री मदनलाल पांचाल ने वीडियो जारी कर चिकित्सक और चिकित्सा स्टाफ की सराहना की है। उन्होंने वीडियो संदेश में कहा कि चिकित्सक और स्टॉफ ने उनका पल-पल ध्यान रखा। ये लोग देव तुल्य हैं। श्री पांचाल 10 दिन पूर्व चरक हॉस्पिटल के वार्ड नंबर 508 में भर्ती होकर कोरोना का उपचार ले रहे थे। उन्हें चिकित्सकीय सलाह पर 2 रेमडेसिविर इंजेक्शन भी लगाए गए। उनका कहना है कि अस्पताल में वो हर तरह की सुविधा है जो निजी अस्पताल में होती है। समय पर बहुत अच्छा भोजन दिया गया। साफ-सफाई की व्यवस्था भी अच्छी है। उन्होंने जिला प्रशासन, चिकित्सकों एवं प्रदेश सरकार को धन्यवाद देते हुए कहा है कि निश्चित रूप से सरकार इस संकट काल में हर आदमी का ख्याल कर रही है। श्री पांचाल प्राथमिक विद्यालय सिंहदेवला में सहायक शिक्षक हैं।

डॉ. मिश्रा मंगलवार को इंदौर में करेंगे पुलिस कोविड केअर सेंटर का उद्घाटन

 गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा मंगलवार 27 अप्रेल 2021 को इंदौर दौरे पर रहेंगे। डॉ. मिश्रा प्रातः 7 बजे भोपाल से इंदौर के लिए कार द्वारा प्रस्थान करेंगे। वे प्रातः 10 बजे  इन्दौर पहुँचकर पुलिस कंट्रोल-रूम में पुलिस अधिकारियों के साथ कोविड-19 के सम्बंध में समीक्षा करेंगे। डॉ. मिश्रा प्रातः 11 बजे पुलिस लाइन इंदौर में पुलिस कोविड सेंटर का उद्घाटन करेंगे। उद्घाटन कार्यक्रम के उपरांत डॉ. मिश्रा कार से प्रस्थान कर अपराहन 3:30 बजे भोपाल पहुँचेंगे।

मंत्री श्री सिसौदिया ने किया गुना में 100 बेडेड कोविड केयर सेंटर का शुभारंभ

पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री महेन्द्र सिंह सिसौदिया ने गुना के पवन श्री मांगलिक भवन में 100 बेड के कोविड केयर सेंटर का शुभारंभ किया। पंचायत मंत्री श्री सिसोदिया ने बताया कि राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया गुना सहित पूरे देश में बढ़ते कोरोना के मरीजों को लेकर चिंतित हैं। उनके द्वारा कैलाशवासी माधवराव सिंधिया स्वास्थ्य सेवा मिशन के तहत ग्वालियर, शिवपुरी और गुना में अस्थाई क्वारेंटाइन सेंटर खोले रहे हैं। इसी कड़ी में आज गुना में 100 बेड वाले क्वारेंटाइन सेंटर का शुभारंभ किया गया। श्री सिसौदिया ने बताया कि इस क्वारेंटाइन सेंटर में दवाइयाँ, नाश्ता, खाना आदि नि:शुल्क दिया जायेगा। विधानसभा बमोरी में भी सरकारी उप स्वास्थ्य केंद्र में 30 ऑक्सीजन बेड और 20 बेड ग्राम झागर के उप स्वास्थ्य केन्द्र में तैयार किये जा रहे हैं। इस मौके पर गुना विधायक श्री गोपीलाल जाटव, जिला भाजपा अध्यक्ष श्री गजेंद्र सिकरवार सहित अन्य जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।

"अपनों के लिए-अपना कोविड केयर सेन्टर समाजसेवा का अभिनव उदाहरण

स्कूल शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार) एवं सामान्य प्रशासन राज्य मंत्री श्री इन्दर सिंह परमार की शुजालपुर में अभिनव पहल 'अपनों के लिए-अपना कोविड सेन्टर'' प्रदेश के लिए समाजसेवा का अभिनव उदाहरण पेश कर रहा है। समाज के सहयोग से शासन द्वारा संचालित इस कोविड कोविड केयर सेंटर में मरीजों के लिए सभी आवश्यक और बुनियादी आवश्यकताएँ जैसे बेड, कूलर, टीवी आदि के साथ ही नाश्ता, चाय, दोनों समय के भोजन की भी पूरी सुविधा है। गाँव के युवा स्वयं-सेवक कोरोना वॉरियर बन मरीजों की देखभाल में लगे है। 

राज्य मंत्री श्री परमार स्वयं 'अपनों के लिए-अपना केयर सेंटर'' का संचालन और निरीक्षण करते हैं। मरीजों को दी जाने वाली सभी सुविधाओं का वे स्वयं ध्यान रखते हैं। मरीजों के भर्ती होने पर उन्हें संबल और साहस तथा स्वस्थ होने पर उन्हें नव-जीवन के लिए शुभकामनाएँ देकर विदा करते हैं। सेंटर के संचालन में नागरिक बन्धुओं का भी भरपूर सहयोग मिल रहा है। गत दिवसों में शुजालपुर व्यापारी महासंघ द्वारा संयुक्त रूप से एक लाख 32 हजार 201 रुपये की राशि राज्य मंत्री श्री इंदर सिंह परमार को उक्त सेंटर के लिये भेंट की गई। यह राशि कोविड केयर सेंटर के मरीजो के लिए आवश्यक सुविधाओं को जुटाने के लिए खर्च की जाएगी। स्थानीय निवासियों ने कूलर, फ्रिज, पंखा, बिस्तर आदि जैसी बुनियादी वस्तुएँ भी कोविड सेंटर को दान में दी हैं। राज्य मंत्री श्री परमार ने समाज द्वारा दिए जा रहे सहयोग के लिए धन्यवाद देते हुए आभार व्यक्त किया है।

कोविड केयर सेंटर के कार्य में और गति लायें, शीघ्र करे चालू - मंत्री सुश्री उषा ठाकुर

देवास के इंडस्ट्रियल एरिया में बन रहे कोविड केयर सेंटर का किया निरीक्षण

पर्यटन, संस्कृति और आध्यात्म मंत्री और देवास जिले की प्रभारी मंत्री सुश्री उषा ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम और प्रबंधन के लिए पूरी तरह से सजग और सतर्क है। हम सभी को एकजुट होकर एवं सकारात्मकता के भाव के साथ कोरोना को हराना है। यह बात सुश्री ठाकुर ने देवास के औद्योगिक क्षेत्र में बन रहे 250 बेड के कोविड केयर सेंटर के निरीक्षण के दौरान कही। निरीक्षण के दौरान उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कोविड केयर सेंटर के कार्य में और तेज गति लायें, ताकि यह शीघ्र प्रारंभ हो सके। 

सुश्री ठाकुर ने बताया कि देवास के औद्योगिक क्षेत्र में रेडक्रॉस सोसायटी देवास, नगर निगम देवास, जिला प्रशासन एवं इप्का कंपनी के माध्यम से 100 बेड ऑक्सीजन युक्त कुल 250 बेड का कोविड केयर सेंटर आगामी 10 दिन में बनकर तैयार हो जायेगा। इसमें इप्का कंपनी द्वारा ऑक्सीजन जनरेंटर की व्यवस्था की जा रही है। कंपनी द्वारा इसे एयरकूल्ड भी किया रहा है। सेंटर में अगल-अलग केबिन बनाए जा रहे हैं, जहाँ मरीजों को रख कर उनका उचित उपचार किया जायेगा। 

निरीक्षण के दौरान विधायक श्रीमती गायत्री राजे पवार, कलेक्टर श्री चंद्रमौली शुक्ला और पुलिस अधीक्षक डॉ. शिवदयाल सिंह सहित जन-प्रतिनिधि और अधिकारी उपस्थित थे।

नोवल कोरोना वायरस (COVID-19) मीडिया बुलेटिन

झाबुआ फिर खरगोन और वहाँ से मन्दसौर आकर कोरोना हालातों का लिया जायजा मंत्री श्री डंग ने

पीपीई किट पहनकर पहुँचे कोविड वार्ड में और मरीजों से पूछी कुशल क्षेम

कोरोना के इस संकट में पर्यावरण मंत्री श्री हरदीप सिंह डंग लगातार जमीन पर उतर कर काम करने वाले जन-प्रतिनिधियों में शामिल हैं। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा जब से उन्हें कोविड-19 की व्यवस्थाओं का प्रभार सौंपा गया है, तब से वे अपने प्रभार के  जिले खरगोन और झाबुआ के साथ अपने गृह जिले मंदसौर में लगातार कोरोना उपचार व्यवस्था की मॉनिटरिंग कर रहे हैं।

मंत्री श्री डंग सिर्फ बैठको तक सीमित न रहकर ब्लॉक स्तर तक जा रहे हैं। छोटे-छोटे कोविड सेंटर का अवलोकन कर रहे हैं। ब्लॉक स्तर तक अधिकारियों से चर्चा कर रहे हैं और सिर्फ इतना ही नहीं, बिना किसी हिचकिचाहट के वे पीपीई किट पहनकर कोविड वार्ड में जाकर मरीजों से चर्चा कर जरूरी व्यवस्थाओं को पूरा करने का प्रयास  कर रहे हैं।

मंत्री श्री डंग 20 अप्रैल  से पूरी तरह कोरोना नियंत्रण के लिए सक्रिय हैं। उन्होंने झाबुआ में पेटलावद सहित अन्य ब्लॉक स्तर तक पहुँचकर वहाँ के हालातों पर चर्चा कर आवश्यक निर्देश दिए इसके बाद वे खरगोन में ब्लॉक स्तर पर भीकनगांव, बड़वाह, महेश्वर, सनावद, मंडलेश्वर, कसरावद और ग्रामीण क्षेत्रों में जिला मुख्यालय सहित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में व्यवस्थाओं को देखा।

मैदानी स्तर पर पहुँचकर  स्थानीय अधिकारियों और जिम्मेदारों से चर्चा की। साथ ही और जमीनी स्तर तक सुधारों के लिए प्रयास और शासन स्तर की कार्य योजना तैयार करने में महत्वपूर्ण निर्देश दिए। उन्होंने बड़वाह में हॉस्पीटल पहुँचकर मरीजों के उपचार की जानकारी ली। उन्होंने होम आइसोलेशन के मरीजों से वीडियो कॉलिंग पर चर्चा कर मरीजों का हौंसला बढ़ाया।

मंत्री श्री डंग मन्दसौर जिला चिकित्सालय पहुँचे और एक दिन पहले शुरू हुए ऑक्सीजन प्लांट का अवलोकन किया। इसके बाद उन्होंने पीपीई किट पहनकर कोविड वार्ड में जाकर मरीजों से चर्चा की और सबको जल्द स्वास्थ्य लाभ की शुभकामनाएँ दी। साथ ही उपचार  व्यवस्थाओं को देखा। उन्होंने कलेक्टर श्री मनोज पुष्प के साथ चर्चा कर व्यवस्थाओं पर बात की।

अभी तक 93 हजार 537 मेडिकल किट वितरित

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देशानुसार होम आइसोलेट कोरोना मरीजों को मेडिकल किटों का वितरण अनवरत जारी है। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह ने बताया है कि अभी तक 52 जिलों में 93 हजार 537 मेडिकल किट वितरित की जा चुकी हैं।।

मंत्री श्री सिंह  ने बताया  है कि  18 अप्रैल से 25 अप्रैल के मध्य नगरीय क्षेत्रों में फ़ीवर क्लीनिक व होम डिलीवरी के माध्यम से 93  हजार 537 मेडिकल किट कोविड मरीज़ों को उपलब्ध कराई गई हैं। उन्होंने  जानकारी दी है कि  18 अप्रैल को 12 हजार 583, 19 अप्रैल को 16 हजार 914, 20 अप्रैल को 11 हजार 465, 21 अप्रैल को 10 हजार 327, 22 अप्रैल को 11 हजार 76,  23 अप्रैल को 11 हजार 17,  24 अप्रैल को 10 हजार 658 और 25 अप्रैल को 9 हजार 497 कोविड मरीजों को मेडिकल किट वितरित की गई हैं।                                        

मंत्री श्री डंग द्वारा मंदसौर कलेक्टर की माताजी के निधन पर दु:ख व्यक्त

पर्यावरण, नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री हरदीप सिंह डंग ने मन्दसौर कलेक्टर श्री मनोज पुष्प  की माताजी श्रीमती स्नेहप्रभा  के निधन पर विनम्र श्रद्धांजलि देते हुए गहन दुख प्रकट किया है।

. मंत्री श्री डंग ने अपने संदेश में कहा कि यह माताजी के ही दिए उच्च संस्कार हैं कि माताजी के उपचाररत होते हुए भी श्री पुष्प प्रशासनिक जिम्मेदारियों के निर्वहन में लगातार जुटे रहे। मैं माताजी के श्री चरणों में भावपूर्ण नमन करता हूँ। ईश्वर शोक संतप्त परिवार को साहस और संबल प्रदान करें।

बिजली कार्मिकों को उपचार के लिए मिलेगा कोविड-19 चिकित्सा अग्रिम

मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी के प्रबंध संचालक श्री गणेश शंकर मिश्रा ने कोविड-19 पीड़ित बिजली कंपनी के नियमित कार्मिकों को विषम एवं गंभीर परिस्थितियों में चिकित्सा उपचार की सुविधा मुहैया कराने के लिए 'कोविड-19 चिकित्सा अग्रिम तत्काल सहायता योजना' स्वीकृत की है। कंपनी के नियमित कार्मिकों के लिए कोविड-19 से पीड़ित होने पर उन्हें चिकित्सा उपचार के लिए 3 लाख रूपये का अग्रिम तत्काल स्वीकृत किया जाएगा। यह चिकित्सा अग्रिम संबंधित कार्मिक की कोविड पॉजिटिव रिपोर्ट, चिकित्सक की उपचार पर्ची एवं अस्पताल में भर्ती होने की सलाह संबंधी दस्तावेज प्रस्तुत करने पर स्वीकृत किया जाएगा। इसके लिए मैदानी स्तर पर क्षेत्रीय मुख्य महाप्रबंधक एवं कंपनी मुख्यालय में मुख्य महाप्रबंधक (मानव संसाधन एवं प्रशासन) को स्वीकृति के अधिकार दिए गए हैं। चिकित्सा अग्रिम प्राप्त करने वाले संबंधित कार्मिक को आदेश जारी होने की दिनांक से छः माह के भीतर चिकित्सा प्रतिपूर्ति देयक दस्तावेज के साथ प्रस्तुत करना होगा। यह योजना 24 अप्रैल से आगामी तीन माह के लिए लागू रहेगी।

संविदा कार्मिकों को अधिकतम 70 हजार रूपये का अग्रिम

मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने बताया है कि कंपनी कार्यक्षेत्र में कार्यरत संविदा कार्मिकों एवं उनके आश्रित परिवार के सदस्यों को कोविड-19 से पीड़ित होने पर चिकित्सा उपचार की सुविधा मुहैया कराने के लिए 'कोविड-19 संविदा पारिश्रमिक अग्रिम योजना' स्वीकृत की गयी है। योजना के अंतर्गत संविदा कार्मिकों एवं उनके आश्रित परिवार के सदस्यों के लिए कोविड-19 से पीड़ित होने पर चिकित्सा उपचार के लिए दो माह का पारिश्रमिक (अधिकतम राशि 70 हजार रूपये) का अग्रिम स्वीकृत किया जाएगा। यह चिकित्सा अग्रिम संबंधित कार्मिक एवं परिवार के सदस्यों की कोविड पॉजिटिव रिपोर्ट, चिकित्सक की उपचार पर्ची एवं अस्पताल में भर्ती होने की सलाह संबंधी दस्तावेज प्रस्तुत करने पर स्वीकृत किया जाएगा। इसके लिए संविदा कार्मिक के आहरण एवं संवितरण अधिकारी को राशि स्वीकृति के अधिकार दिए गए हैं। आहरित पारिश्रमिक की वसूली संबंधित संविदा कार्मिक के वेतन से समान छः किश्तों में प्राप्त की जाएगी। कार्मिक की संविदा अनुबंध अवधि छः माह से कम होने की स्थिति में अग्रिम राशि की वसूली तदनुसार शेष संविदा अवधि के पारिश्रमिक से समान किश्तों में की जाएगी। यह योजना 24 अप्रैल से आगामी तीन माह के लिए लागू रहेगी।

जनता के सहयोग से कोरोना कर्फ्यू को प्रभावी बनाया जाये : मंत्री श्री सारंग

चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने ली पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक

चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास कैलाश सारंग ने कहा है कि जनता के सहयोग से कोरोना कर्फ्यू को और प्रभावी बनाया जाये। इस संबंध में एसडीएम और सीएसपी क्षेत्र के प्रबुद्धजनों के साथ वर्चुअल बैठक करें और नागरिकों से आग्रह करें कि अपने और अपने परिवार को इस संक्रमण से बचाने के लिये घर पर ही रहें। अनावश्यक बाहर न निकलें। लोगों की माँग पर कोरोना कर्फ्यू लगाया गया था। लोगों की स्व-प्रेरणा से ही कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ी जा सकती है।

श्री सारंग ने सोमवार देर रात जिला प्रशासन और पुलिस अधिकारियों के साथ पुलिस कंट्रोल-रूम में चर्चा की। उन्होंने कहा कि इस एक हफ्ते के कोरोना कर्फ्यू से संक्रमण रोकने का भरपूर लाभ लिया जाना चाहिये। इसके लिये डीजे के माध्यम से भी लोगों को घर में रहने की सीख दी जाये। उन्होंने कहा कि लोगों में जन-जागरूकता पैदा की जाये। साथ ही उन्हें कोरोना वायरस की सेकेण्ड वेब की भयावहता भी बताई जाये।

श्री सारंग ने जिला प्रशासन और पुलिस अधिकारियों को प्रोत्साहित भी किया। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक और पुलिस अमला लगातार इन विपरीत परिस्थितियों में लोगों की रक्षा के लिये काम कर रहा है। यह काबिले तारीफ है।

बैठक में कलेक्टर श्री अविनाश लावनिया, डीआईजी श्री इरशाद वली सहित पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारी मौजूद थे।

मंत्री श्री सारंग ने किया थ्री-ईएमई सेंटर स्थित कोविड केयर सेंटर का निरीक्षण

चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास कैलाश सारंग ने सोमवार को थ्री-ईएमई सेंटर में बने 150 बेड के कोविड केयर सेंटर का निरीक्षण किया और वहाँ की व्यवस्थाओं को देखा। इन 150 बेड में से 40 महिलाओं के लिये आरक्षित किये गये हैं।

मंत्री श्री सारंग ने कहा है कि कोविड महामारी में सभी का सहयोग प्राप्त हो रहा है। इसी कड़ी में जिस प्रकार पूरे देश की रक्षा करने के लिये तत्पर सेना मुस्तैदी से लगी रहती है, उसी प्रकार इस संकट के दौर में सेना ने 150 बिस्तरीय कोविड केयर सेंटर शुरू कर सहयोग प्रदान किया है।

श्री सारंग ने कहा कि यह सेंटर भोपाल में सेवा और सुविधा देगा। इसके लिये राज्य सरकार हर संभव मदद करेगी। जल्द ही यहाँ 10 लीटर वाले ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध करवाये जा रहे हैं। इस सेंटर को चिकित्सकीय सहयोग के लिये सिविल अस्पताल, बैरागढ़ से लिंक किया गया है। भोपाल की तरह ही जबलपुर में भी सेना की मदद से कोविड केयर सेंटर खोला जायेगा।

उल्लेखनीय है कि बैरागढ़ स्थित थ्री-ईएमई सेंटर मे जवानों ने 48 घंटों में यह सेंटर तैयार कर दिया। यहाँ के जवानों को अन्यत्र शिफ्ट किया गया है। यहाँ मरीज के मनोरंजन, भोजन, योग आदि की व्यवस्था भी की गई है।

निरीक्षण के दौरान मंत्री श्री सारंग के साथ ब्रिगेडियर श्री आशुतोष शुक्ल, कलेक्टर श्री अविनाश लवानिया, डीआईजी श्री इरशाद वली, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री विकास मिश्रा, एसडीएम श्री मनोज उपाध्याय, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रभाकर तिवारी भी मौजूद थे।

ग्रामीण क्षेत्रों में भी टीकाकरण अभियान होगा तेज

मंत्री श्री सिलावट ने प्रशासन के आला अधिकारियों के साथ की बैठक

 रेसीडेंसी कोठी इंदौर में आयोजित आज एक महत्वपूर्ण बैठक में इंदौर के प्रभारी मंत्री श्री तुलसी सिलावट ने प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ इंदौर में कोरोना की वर्तमान स्थितियों की समीक्षा की। ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना के उपचार और शहरी क्षेत्र में माइक्रो कंटेंनमेंट ज़ोन के संबंध में विशेष तौर पर चर्चा हुई। एक मई से प्रारंभ हो रहे वैक्सीनेशन अभियान को सफल बनाने पर भी चर्चा की गई।  

           जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट द्वारा सोमवार को रेसीडेंसी कोठी में बुलायी गई। बैठक में संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा, आईजी श्री हरिनारायणचारी मिश्र, कलेक्टर श्री मनीष सिंह, डीआईजी श्री मनीष कपूरिया, नगर निगम आयुक्त सुश्री प्रतिभा पाल सहित अन्य संबंधित अधिकारीगण उपस्थित थे।

          मंत्री श्री सिलावट ने निर्देश दिये कि ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड मरीज पाये जाने पर उन्हें तत्काल कोविड केयर सेंटर में भर्ती किया जाये। उन्होंने निर्देश दिये कि वर्तमान में शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में 46 माइक्रो कंटेनमेंट झोन बनाये गये है, इसके अतिरिक्त लगभग 25-30 क्षेत्रों को चिन्हित कर उन्हें भी माइक्रो कंटेनमेंट झोन बनाये जाने की कार्यवाही कर सख्ती से पालन कराया जाये।

  उन्होंने जनता कर्फ्यू का सख्ती से पालन कराने के भी निर्देश दिये। साथ ही उल्लंघन करने पर दण्ड स्वरूप सांकेतिक रूप से अस्थाई जेल भेजने के भी निर्देश दिये, ताकि जनता कर्फ्यू का सख्ती से पालन किया जा सके। इस हेतु जनता कर्फ्यू के दौरान पुलिस फोर्स के सहयोग के लिये फॉरेस्ट गार्ड, होम गार्ड, नगर सुरक्षा समिति, एनसीसी कॅडेट की सेवाऐं लेने के भी निर्देश दिये गये ताकि बल की कमी न हो सके।

रेमडेसिवीर की कालाबाजारी करने वालों के विरूद्ध करें रासुका की कार्रवाई - मंत्री श्री सिलावट

  मंत्री श्री सिलावट ने निर्देश दिये कि रेमडेसिविर की कालाबाजारी करने वालों के विरूद्ध रासुका की कार्रवाई की जाये। उन्होंने कलेक्टर श्री मनीष सिंह को ऑक्सीजन ऑडिट एवं स्टेप डाउन की समुचित व्यवस्था करने एवं निगरानी रखने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि अस्पतालों के बाहर मरीजों के परिजनों के लिये टेंट लगाकर, बैठने एवं पानी इत्यादि की समुचित व्यवस्था की जाये। उन्होंने वैक्सीनेशन अभियान को शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में प्रभावी रूप से संचालित करने के निर्देश भी दिये।

       मंत्री श्री सिलावट ने बैठक में कहा कि होम आइसोलेशन की समुचित व्यवस्था की समीक्षा प्रतिदिन मेरे द्वारा कंट्रोल सेंटर पर जाकर की जा रही है तथा प्रतिदिन 25-30 मरीजों से मेरे द्वारा विडियो कालिंग पर चर्चा भी की जा रही है। उनकी कठिनाईयों एवं परेशानियों को तुरंत हल करने तथा होम आइसोलेशन में मरीजों का मनोबल बढाने हेतु प्रतिदिन 2 बार फोन पर बात करने के निर्देश भी मेडीकल टीम को दिये गये।

रिकवरी रेट बढ़ने से मध्यप्रदेश देश में 11वें नंबर पर आया

बिस्तरों की संख्या बढ़कर 53 हजार 163 हुई

   प्रदेश में कोरोना से ठीक होने वाले मरीजों की संख्या दिनोदिन बढ़ रही है। प्रदेश की रिकवरी दर 26 अप्रैल को 80.91 प्रतिशत रही। अब तक 5 लाख 11 हजार 990 कोविड केसेस में से 4 लाख 14 हजार 235 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। गत 21 अप्रैल को एक्टिव केसेस की संख्या के हिसाब से मध्यप्रदेश देश में सातवें नंबर पर था, जो अब और बेहतर होकर 11वें नंबर पर आ गया है। वर्तमान में कुल एक्टिव प्रकरणों में से 72 प्रतिशत मरीज होम आइसोलेशन में और 28 प्रतिशत मरीज अस्पताल में भर्ती हैं।

       कोरोना मरीजों को बेहतर सुविधाएँ उपलब्ध करवाने के लिये सरकारी और निजी अस्पतालों को मिलाकर बिस्तरों की संख्या बढ़कर 53 हजार 163 हो गई है। कुल बिस्तरों में से 71 प्रतिशत बिस्तर भरे हुए हैं। वर्तमान में 86 प्रतिशत  ऑक्सीजन बेड, 94 प्रतिशत आईसीयू बेड और 44 प्रतिशत सामान्य बेड भरे हैं। कोरोना संक्रमण की जाँच के लिये 29 टेस्टिंग लैब्स कार्य कर रही हैं। रविवार 25 अप्रैल को 54 हजार 982 टेस्ट किये गये। सभी जिलों में सैम्पल लेने के लिये मोबाइल टीमों ने भी टेस्टिंग का काम शुरू कर दिया है। राज्य सरकार द्वारा किये जा रहे चहुँमुखी प्रयासों से कोरोना की पॉजिटिविटी दर लगातार कम हो रही है और रिकवरी दर निरन्तर बढ़ रही है। गत शुक्रवार 23 अप्रैल को रिकवरी दर 80.41 प्रतिशत, 24 अप्रैल को 80.56 प्रतिशत, 25 अप्रैल को 80.64 प्रतिशत और 26 अप्रैल को रिकवरी दर 80.91 प्रतिशत रही है।

       मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि समन्वित प्रयासों, प्रबंधन एवं चिकित्सकीय सुविधाओं की बढ़ोत्तरी से प्रतिदिन स्वस्थ और संक्रमण मुक्त होने वालों की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है। दिनांक 21 अप्रैल को 9035, 22 अप्रैल को 9620, 23 अप्रैल को 10 हजार 833, 24 अप्रैल को 11 हजार 91, 25 अप्रैल को 11 हजार 324 और 26 अप्रैल 11 हजार 612 कोरोना मरीज संक्रमण मुक्त होकर सकुशल अपने घर पहुँचे हैं। प्रदेश में एक दिन में जितने लोग स्वस्थ हुए हैं, उनमें से 84 प्रतिशत ऐसे मरीज हैं जो होम आइसोलेशन में थे और 2 प्रतिशत ऐसे मरीज हैं जो कोविड केयर सेंटर में थे। इस प्रकार लगभग 86 प्रतिशत मरीज ऐसे हैं, जो अस्पताल जाए बिना ही स्वस्थ हो रहे हैं।

       मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि 25 जिलों में आज जितने कोरोना के नये केस आये हैं, उससे कहीं ज्यादा मरीज इन जिलों में रिकवर भी हुए हैं:-

जिला

नये पॉजिटिव मरीज

रिकवर हुए मरीज

अनूपपुर

150

254

बड़वानी

95

202

हरदा

45

53

जबलपुर

807

907

छिंदवाड़ा

42

66

कटनी

150

230

खरगोन

226

235

बुरहानपुर

23

25

होशंगाबाद

181

222

विदिशा

198

313

उमरिया

13

132

श्योपुर

49

67

राजगढ़

105

107

दमोह

49

75

खंडवा

27

36

मंडला

108

131

मंदसौर

27

171

मुरैना

183

185

निवाड़ी

81

101

रायसेन

159

162

रीवा

339

349

शहडोल

189

216

शाजापुर

20

154

सिंगरौली

156

199

टीकमगढ़

199

205

होम आइसोलेशन

      प्रदेश के कोविड मरीजों में से 72 प्रतिशत होम आइसोलेशन में हैं। राज्य सरकार का प्रयास है कि ये लोग होम आइसोलेशन में ही ठीक हो जायें, जिससे अस्पताल जाने की नौबत ही न आये। होम आइसोलेशन वाले 99 प्रतिशत मरीजों से दूरभाष पर कम से कम एक बार संपर्क किया जा रहा है। साथ ही ई-संजीवनी पोर्टल के माध्यम से इन्हें आवश्यकतानुसार कॉल पर चिकित्सकीय परामर्श भी प्राप्त हो रहा है। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में होम आइसोलेशन में रहने वाले शत-प्रतिशत मरीजों को मेडिकल किट और हेल्थ ब्रोशर की होम डिलेवरी की जा रही है।

कोविड केयर सेंटर्स

      प्रदेश के 52 जिलों में 174 कोविड केयर सेंटर्स प्रारंभ किये जा चुके हैं, जिनमें मंद लक्षणों वाले रोगियों को रखा जा रहा है। इनमें वर्तमान में कुल 12 हजार 864 बेड्स हैं। इनमें से 634 ऑक्सीजन बेड्स स्थापित किए गए हैं। कोविड केयर सेंटर्स में शत-प्रतिशत मरीजों को मेडिकल किट प्रदाय की जा रही है। जिस कोविड केयर सेंटर में 50 प्रतिशत या उससे अधिक बिस्तर भर रहे हैं, वहाँ नए कोविड केयर सेंटर स्थापित करने के निर्देश दिये गये हैं। प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में अब तक कुल 20 हजार 411 संस्थागत क्वारेंटाईन सेंटर्स बनाये जा चुके हैं, जिनमें लगभग 2 लाख 50 हजार से अधिक बेड्स स्थापित किए गए हैं।

अस्पताल और बिस्तर

      एक अप्रैल को प्रदेश में उपलब्ध बेड्स की कुल संख्या 20 हजार 159 थी, जो आज बढ़कर 53 हजार 163 हो गई है। इस प्रकार पिछले 25 दिनों में लगभग 32 हजार बेड्स बढ़ाए गए हैं। सागर जिले में बीना रिफाइनरी के निकट ऑक्सीजन सुविधा युक्त 1000 बिस्तर का अस्थाई अस्पताल बनाया जा रहा है। प्रदेश के अस्पतालों में बेड्स की उपलब्धता और इलाज के पैकेज की रीयल टाइम सही जानकारी आम जनता को उपलब्ध कराने के लिये एक नया एप और एक वेबसाइट लाँच की गई है। इसके साथ ही टोल फ्री नंबर 1075 को भी इस कार्य के लिये अपग्रेड किया गया है।

टीकाकरण

      अब तक प्रदेश के हेल्थ वर्कर्स, फ्रंट लाईन वर्कर्स, वरिष्ठ नागरिक एवं 45 वर्ष से अधिक के लगभग 79 लाख 18 हजार से अधिक लोगों का टीकाकरण हो चुका है। दिनांक 1 मई से 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों का नि:शुल्क टीकाकरण योजनाबद्ध रूप से प्रारंभ किया जाएगा। प्रदेश के 3 करोड़ 22 लाख से अधिक नागरिकों को टीका लगेगा। राज्य सरकार इस कार्य पर लगभग 2,710 करोड़ रुपये खर्च करेगी। कोविडशील्ड वैक्सीन के 45 लाख डोज का कार्यादेश जारी कर दिया गया है।

सभी जवान शीघ्र स्वस्थ होकर लौटेंगे अपने घर- मंत्री डॉ. मिश्रा

मेनिट के कोविड केयर सेंटर का किया अवलोकन

गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने सोमवार को मौलाना आजाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (मेनिट) में पुलिस विभाग के लिये तैयार किये गये कोविड केयर सेंटर का अवलोकन किया। उन्होंने कोरोना प्रोटोकॉल अनुसार पीपीई किट पहनकर जवानों से उनका हालचाल जाना। डॉ. मिश्रा ने उपचाररत पुलिस जवानों की हौंसला अफजाई करते हुए कहा कि शीघ्र ही सभी जवान स्वस्थ होकर अपने घर लौटेंगे। सभी और अधिक हौंसले और जज्बे के साथ अपने कर्त्तव्यों को अंजाम देंगे। मेनिट में कोविड-19 से पीड़ित जवानों के लिये 100 बिस्तरीय केयर सेंटर बनाया गया है। इसके पूर्व दतिया में भी शनिवार को डॉ. मिश्रा ने जिला अस्पताल और एक अन्य कोविड केयर सेंटर का अवलोकन कर उपचाररत लोगों को ढाँढस बँधाते हुए शीघ्र स्वस्थ होने की कामना कर हौंसला बढ़ाया था।

हरदा, होशंगाबाद और बैतूल में बनाये गये आइसोलेशन सेंटर - मंत्री श्री पटेल

2,870 गाँवों में किये गये प्रबंध

किसान-कल्याण तथा कृषि मंत्री श्री कमल पटेल ने बताया है कि हरदा, होशंगाबाद और बैतूल जिले के गाँवों में आइसोलेशन सेंटर बनाये गये हैं। तीनों जिलों के 2,870 गाँवों में 1,185 आइसोलेशन सेंटर बनाये गये हैं। उन्होंने बताया है कि कोविड संक्रमण से बचाव के लिये गाँवों में आवश्यक प्रबंध किये गये हैं।

श्री पटेल ने बताया है कि गाँवों के साथ ही शहरी क्षेत्रों में भी कंटेनमेंट जोन बनाये गये हैं, जिससे शहरों में कोरोना के फैलाव को नियंत्रित करने में आवश्यक मदद मिल सके। उन्होंने बताया है कि हरदा जिले के शहरी क्षेत्र में 346, होशंगाबाद में 273 और बैतूल में 650 कंटेनमेंट जोन बनाये गये हैं। श्री पटेल ने बताया कि कोरोना से बचाव के लिये शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में सभी आवश्यक प्रबंध पुख्ता किये जा रहे हैं। प्रशासनिक अमले को त्वरित कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये हैं। जिले के अस्पतालों में ऑक्सीजन की आपूर्ति को निर्बाध बनाये रखने के लिये उच्च स्तर पर निरंतर सम्पर्क किया जा रहा है।

नगरीय निकायों ने 16 हजार से अधिक श्रमिकों को कराया भोजन

नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह ने बताया है कि कोविड-19 के नियंत्रण के लिए नगरीय निकायों द्वारा लगातार कार्य किये जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि एक अप्रैल से अभी तक लगभग 16 हजार श्रमिक बाहर से आये, जिन्हें नगरीय निकायों द्वारा भोजन के पैकेट उपलब्ध कराये गए हैं।

कोविड-19 के प्रोटोकॉल के प्रति जागरूकता के लिए शहरों में 6282 होर्डिंग्स लगाये गये हैं। कोविड-19 संक्रमण संबंधित विभिन्न कार्यों में निकायों के लगभग 62 हजार 752 कर्मचारी लगातार सेवाएँ दे रहे हैं।